रचा इतिहास
जसकीरत ने बिना दाढ़ी कटाए और पगड़ी को छोड़े यूएस मरीन कॉर्प्स की ट्रेनिंग पूरी करने के साथ ही इतिहास रच दिया है। अमेरिकी नौसेना के इतिहास में पहली बार किसी सिख युवक ने इस तरह ट्रेनिंग पूरी की है।
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संघीय अदालत के आदेश ने अप्रैल में खोला था रास्ता अमेरिका की एक संघीय अदालत ने अप्रैल में सेना में कर्मियों को उनकी धार्मिक मान्यता के साथ सेवाएं देने का आदेश दिया था। तीन सिख, यहूदी और मुस्लिम युवकों ने मरीन कमांडो की ट्रेनिंग के दौरान उनकी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने को लेकर मुकदमा किया था। इसकी वजह थी कि नौसेना की ट्रेनिंग में सिर के बाल और दाढ़ी कटानी पड़ती थी। ऐसे में संघीय अदालत के फैसले से यूएस मरीन कॉर्प्स की ट्रेनिंग को आस्था से समझौता किए बिना पूरी करने का रास्ता कई लोगों के लिए अब खुल गया है।
अपनी बटालियन के जवानों को दिया धन्यवाद
मिलिट्री डॉट कॉम ने सिख कोलिशन नाम के गठबंधन के हवाले से बताया कि जसकीरत सिख धार्मिक मान्यताओं के साथ यूएस मरीन कॉर्प्स की ट्रेनिंग पूरी करने वाला पहला जवान है और इस बात से काफी खुश भी है। जसकीरत ने भी धार्मिक मान्यताओं के साथ ट्रेनिंग पूरी होने परअपनी बटालियन के जवानों को धन्यवाद दिया।