मोदी ने कहा, भारत के महान कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने सदियों पहले कहा था ‘कालाति क्रमात् काल एव फलम पिबति’ सब सही समय पर सही कार्य नहीं किया जाता तो समय ही उस कार्य की सफलता को समाप्त कर देता है। संयुक्त राष्ट्र को खुद को प्रासंगिक बनाए रखना है तो उसे अपने इफेक्टिवनेस को बढ़ाना होगा, विश्वसनीयता को बढ़ाना होगा। यूएन पर आज कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों को हमने पर्यावरण और कोविड के दौरान देखा है। दुनिया के कई हिस्सों में चल रही प्रॉक्सी वॉर, आतंकवाद और अभी अफगानिस्तान के संकट ने इन सवालों को और गहरा कर दिया है।
उन्होंने वैक्सीन निर्माताओं को भारत आमंत्रित करते हुए कहा, मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए प्रतिगामी सोच के साथ, जो देश आतंकवाद का राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के मुद्दे पर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना काफी जरूरी है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए न हो।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के अपने संबोधन में कहा कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसीत कर ली है जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा, मैं उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसे मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन के टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था, वह आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर यूएनजीए को संबोधित कर रहा है। लोकतंत्र की हमारी हज़ारों वर्षों की महान परंपरा रही है। इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आज़ादी के 75 वें साल में प्रवेश किया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए।
हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है। ये वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है
गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है। ऐसी भयंकर महामारी में जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसे मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन के टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था, वह आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर यूएनजीए को संबोधित कर रहा है। लोकतंत्र की हमारी हज़ारों वर्षों की महान परंपरा रही है। इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आज़ादी के 75 वें साल में प्रवेश किया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए।
हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है। ये वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय समय के अनुसार सुबह न्यूयॉर्क पहुंच गए थे। यहां उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करना था।
UNGA में पाकिस्तान को भारत का सख्त संदेश- आतंक फैलाने वाले इमरान POK खाली करें अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ बैठक करने और क्वाड समिट में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी वाशिंगटन से न्यूयार्क के लिए रवाना हुए थे। भारतीय विदेश मंत्रालय में प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसकी जानकारी दी थी। बागची ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- धन्यवाद वाशिंगटन। एक ऐतिहासिक क्वाड समिट और अमरीका, आस्ट्रेलिया और जापान के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के अगले चरण के लिए न्यूयॉर्क रवाना हो गए हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क पहुंच कर लिखा- आज न्यूयॉर्क शहर में उतरा। भारतीय समय के अनुसार, 25 सितंबर की शाम साढ़े छह बजे संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करुंगा। न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री मोदी ने होटल के बाहर लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री के स्वागत में खड़े लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधित करेंगे। इसमें भारत अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पूर्व में दिए गए संबोधन के दौरान केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर पर दिए गए बयान का जवाब देंगे। इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में वर्चुअली संबोधित करते हुए कश्मीर का मुद्दा उठाया था।