कौन हैं क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो
क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो (49) एक इटेलियन-हंगेरियन नागरिक हैं। ये हंगरी स्थित BAC कंसल्टिंग कंपनी की CEO है। वो बुडापेस्ट में रहती हैं। क्रिस्टियाना एक दो-नहीं बल्कि 7-7 भाषाओं की जानकार हैं। उन्होंने पार्टिकल फिजिक्स में PhD की हुई है। सिर्फ इतना ही नहीं क्रिस्टियाना काफी शानदार पेंटर भी हैं।
हमले में कैसे आया नाम
दरअसल लेबनान में हुए पेजर अटैक (Pager Attack) के बाद लेबनान और ईरान की जांच एजेंसियों को एक कंपनी के बारे में पता लगा जो हिजबुल्लाह को दिए गए पेजर बनाती है। ये कंपनी क्रिस्टियाना की है। उनकी कंपनी ने पेजर के डिजाइन का लाइसेंस लिया है, जो मूल ताइवानी निर्माता गोल्ड अपोलो मिला है। वहीं जांच एजेंसियों ने जब कंपनी से संपर्क किया तो CEO क्रिस्टियाना ने बताया कि उनकी कंपनी सिर्फ पेजर के डिजाइन बनाती है, उन्होंने पेजर का निर्माण नहीं किया है मैं तो बस इंटरमीडिएट हूँ। मुझे लगता है कि आपने ग़लत समझा है। और इसके बाद से क्रिस्टियाना अंडरग्राउंड हो गईं। तब से, वो सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दी हैं। उनके पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने उसे नहीं देखा है।
‘कोई भी क्रिस्टियाना का इस्तेमाल कर सकता है’
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी राउटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिस्टियाना का नाम सामने आने के बाद एजेंसी ने बुडापेस्ट स्थित उनके घर पर जाकर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनके घर पर कोई नहीं मिला। पड़ोसियों से पता चला कि वो बहुत अच्छी महिला है। हालांकि उन्होंने कईकई सालों तक नौकरियों के चक्कर में इधर-उधर भागती रही हैं। क्रिस्टियाना के एक परिचित ने राउटर्स को बताया कि वो ऐसी लगती थीं कि “उनका आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता था।” वो अच्छे इरादों वाली थी, वो हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करती थी। क्रिस्टियाना जल्दी किसी पर भी भरोसा कर लेती थीं।
‘क्रिस्टियाना को नौकरी पर रखना जिंदगी की सबसे बड़ी गलती’
रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व संयुक्त राष्ट्र मानवीय प्रशासक किलियन क्लेनश्मिट, ने बताया कि उन्होंने 2019 में हाइड्रोपोनिक्स, आईटी और व्यवसाय विकास जैसे विषयों में ट्यूनीशिया में लीबियाई लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए 6 महीने का डच-वित्त पोषित कार्यक्रम चलाया था। इसके लिए उन्होंने क्रिस्टियाना को काम पर रखा था। लेकिन उन्होंने कहा कि क्रिस्टियाना को नौकरी पर रखना उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। क्रिस्टियाना से परेशान होकर उन्होंने उसका अनुबंध खत्म होने से पहले उसे छोड़ दिया। उनका कहना है कि य़े व्यक्तिगत स्तर पर बहुत भयानक था।
CV
में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां
रिपोर्ट के मुताबिक पेजर डिजाइन करने वाली कंपनी की CEO क्रिस्टियाना ने 2000 के दशक की शुरुआत में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से फिजिक्स यानी भौतिक विज्ञान में PhD किया। यहां उन्होंने पॉज़िट्रॉन पर शोध किया। उनका ‘इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान और धनात्मक आवेश वाला एक उपपरमाण्विक कण’ UCL वेबसाइट पर उपलब्ध है। लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने वैज्ञानिक करियर बनाए बिना ही छोड़ दिया। क्रिस्टियाना के CV में राजनीति और विकास में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज से मिले अन्य स्नातकोत्तर डिग्री का जिक्र है। इसके बाद उसने यूरोप, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट में NGO परियोजनाओं पर काम करने वाली कई नौकरियों के बारे में जानकारी दी है।