फरवरी माह में सबसे अधिक निवेश सेक्टोरल फंड और स्मॉल कैप फंड में देखा गया। सेक्टरोल फंड में जहां 3855 करोड़ रुपए का निवेश आया है वहीं स्मॉल कैप फंड्स में 2,246 करोड़ रुपए का इनफ्लो देखा गया, जो जनवरी के आंकड़े (2255 करोड़ रुपए) की तुलना में काफी हद तक स्थिर है, जबकि सेक्टोरल फंड में जनवरी की तुलना में करीब 4 गुना निवेश आया है। जनवरी में सेक्टोरल फंड में 903 करोड़ का निवेश आया था।
मिडकैप फंड्स में भी इनफ्लो बढ़कर 1,816 करोड़ रुपए हो गया, जबकि जनवरी में यह 1,628 करोड़ रुपए था। स्टॉक और बॉन्ड में निवेश करने वाले हाइब्रिड फंड में लगातार तीसरे महीने 460 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।
गौर करने की बात है कि म्यूचुअल फंड निवेशकों ने भारत के शेयर बाजार में निवेश ऐसे समय किया है जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 2023 के पहले दो महीनों में 341.46 बिलियन रुपए इक्विटी से निकाले हैं और इस साल अब तक शेयर बाजार में लगभग 4% की गिरावट आई है।
एयूएम में भी इजाफा
इस तरह अब म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के पास प्रबंधन के लिए कुल राशि 39.46 लाख करोड़ हो गई है, जो कि जनवरी में 39.62 लाख करोड़ थी।
इक्विटी फंड में फरवरी में इस तरह रहा निवेश प्रवाह
लार्ज कैप 353
लार्ज कैप-मिड कैप 1651
मिड कैप फंड 1816
स्मॉल कैप 2246
डिविडेंड यील्ड फंड 48
वैल्यू फंड/कॉन्ट्रा फंड 713
फोकस्ड फंड 240
सेक्टोरल फंड 3856
ईएलएसएस 981
फ्लेक्सी कैप फंड 1802 डेट फंड में लिक्विड फंड (91 दिन मैच्योरिटी) में दिखी भगदड़
लिक्विड फंड – 11304
अल्ट्रा शॉर्ट डयूरेशन फंड – 2429
लो ड्यूरेशन फंड – 1903
मनी मार्केट फंड – 542
शॉर्ट ड्यूरेशन फंड 411
मीडियम ड्यूरेशन फंड – 294
मीडियम-लॉन्ग ड्यूरेशन फंड -195
लॉन्ग ड्यूरेशन फंड 343
डायनेमिक बॉन्ड फंड 501
कॉरपोरेट बॉन्ड फंड 661
क्रेडिट रिस्क फंड -672
बैंकिंग एंड पीएसयू फंड -260
गिफ्ट फंड 450
गिफ्ट फंड (10 साल) 137
फ्लोटर फंड -1664
विदेशी निवेशक जितना निकाल रहे, उससे अधिक सिप से आ रहा निवेश म्यूचुअल फंड में सिस्टेमिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत आने वाला निवेश जो पिछले छह माह से लगातार उसमें फरवरी में एक प्रतिशत की मामूली गिरावट आई है। फरवरी में सिप निवेश 1% गिरकर 136.86 बिलियन रुपए हो गया। लेकिन एम्फी के अनुसार फरवरी में सिप निवेश में ये मामूली गिरावट फरवरी माह में कम दिनों की वजह से आई है।
एम्फी के अनुसार अगले पिछले 14 महीने के सिप के निवेश पर नजर डालें तो ये पिछले 14 महीने में विदेश निवेशकों द्वारा निकाले गए कुल पैसे से अधिक है। पिछले 14 महीनों में भारतीय शेयर बाजार में कुल 1.77 लाख करोड़ रुपए का सिप निवेश आया, जो विदेशी निवेशकों द्वारा निकाले गए कुल 1.55 लाख करोड़ रुपए से अधिक है।