वहीं सीरिया से रूसी सेना की वापसी की खबरों को लेकर ब्लिंकन ने कहा कि ये सब उन्होंने मीडिया से ही सुना है इसके बारे में पुख्ता कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने स्पष्टीकरण के लिए अपने प्रशासनिक अधिकारियों से पता लगाने को कहा है। गौरतलब है कि मिडिल ईस्ट के अघोषित दौरे पर गए ब्लिंकन ने पड़ोसी सीरिया के भविष्य पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को बगदाद में इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी से मुलाकात की।
इराक के PM से की मुलाकात
एंटनी ब्लिंकन तुर्किये में रुकने के बाद बगदाद पहुंचे, जहां उन्होंने ISIL के फिर से उठने के खिलाफ काम करने के महत्व पर भी जोर दिया। अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्लिंकन और अल-सुदानी ने सीरिया के तानाशाही से लोकतंत्र में संक्रमण की जरूरतों पर चर्चा की। ब्लिंकन ने कहा कि सीरिया को आतंकवाद का मंच नहीं बनना चाहिए। बता दे कि हयात तहरीर अल-शंब के नेतृत्व में सीरिया के विद्रोही बलों ने दमिश्क में प्रवेश किया, जिससे राष्ट्रपति बशर अल-असद को देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा, देश में उनके दो दशक से अधिक के शासन का अंत हो गया। इसके बाद विपक्ष ने मोहम्मद अल-बशीर को अंतरिम प्रधानमंत्री घोषित किया।