इस खबर ने खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों को बेहद रोमांचित कर दिया है। हालांकि मिनी-मून एक छोटा और धुंधला पत्थर है, इसलिए इसे सीधे आँखों से नहीं देख पाएंगे, इसे देखने के लिए आपको टेलीस्कोप या घरेलू दूरबीन की जरूरत पड़ेगी। टेलीस्कोप से इस शानदार नजारे को आप अपनी नजरों में कैद कर सकते हैं। ये सितारों के पीछे से तेज़ी से गुज़रता हुआ दिखाई देगा।
क्या है ये क्षुद्रग्रह
दरअसल वैज्ञानिकों ने इस क्षुद्रग्रह का नाम 2024 PT5 रखा है। ये अर्जुन क्षुद्रग्रह बेल्ट से पैदा हुआ है। जिसमें धरती के समान कक्षाओं वाली चट्टानें हैं। इसे सबसे पहले 7 अगस्त को NASA के क्षुद्रग्रह स्थलीय-प्रभाव अंतिम चेतावनी प्रणाली (ATLAS) ने खोजा था। इसकी चौड़ाई लगभग 33 फीट की है। ये क्षुद्रग्रह जो मिनी मून के नाम से जाना जा रहा है, ये पृथ्वी के चारों ओर एक पूरा चक्कर नहीं लगा पाएगा। इसके आगे बढ़ने से पहले ही धरती इसकी कक्षा में थोड़ा बदलाव कर देगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि सारे क्षुद्रग्रह धरती के इतना नजदीक नहीं आ पाते हैं लेकिन 2024 PT5 जैसे एस्टेरॉयड दूसरे के मुकाबले धीमी गति से चलता है। इसकी चाल लगभग 2,200 मील प्रति घंटे यानी 3,540 किमी/घंटा है, इसलिए धरती का गुरुत्वाकर्षण ने इसे अपनी तरफ खींच लिया। इसलिए ये धरती से दिखाई देने लगेगा और इसका चक्कर लगाएगा।
पहले भी देखे जा चुके हैं मिनी मून?
NASA की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले भी धरती से कई मिनी मून देखे जा चुके हैं, कई लोगों को नजर आए होंगे और कई नहीं। कई क्षुद्रग्रह तो दोबारा भी दिखाई दे जाते हैं। लेकिन अगर आप 29 सितंबर को ये घटना देखना भूल गए तो इसे 31 साल बाद 2055 में इसे देख पाएंगे, क्योंकि इसके 2055 में पृथ्वी की कक्षा में लौटने की उम्मीद जताई जा रही है।