त्रिशंकु सदन के हालात में अब सबकी नजर मलेशिया के राजा पर है। संविधान ने राजशाही को यह निर्धारित करने की शक्ति दी है कि संसद में बहुमत किसके पास है।
यदि अनवर सरकार बनाने के लिए पर्याप्त मतों के साथ गठबंधन के लिए समर्थन हासिल कर लेते हैं तो यह एक उल्लेखनीय वापसी होगी। बता दें अनवर को अपने पुरुष सहयोगी के यौन उत्पीड़न के आरोप में कई साल जेल में रह चुके हैं और इसके साथ ही उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं।
नस्ल और धर्म रहते हैं केंद्रीय मुद्दे
मलेशिया के ताजा चुनाव में इस्लामिक पार्टी के वोटों में वृद्धि हुई है। नस्ल और धर्म पर विभाजित मलेशिया में मुस्लिम जातीय-मलय आबादी बहुसंख्यक हैं, जबकि चीनी और भारतीय जातीय अल्पसंख्यक हैं। इसलिए अगर अनवर को बहुमत नहीं मिलता है तो मलय और मुस्लिम केंद्रित गठबंधन बहुमत के लिए साथ आ सकते हैं।