लेबर पार्टी ने दिलाई थी भारत को आज़ादी
बता दें कि ब्रिटेन के चुनाव (UK Elections 2024) में ऋषि सुनक को टक्कर दे रहे प्रधानमंत्री उम्मीदवार कीर स्टॉर्मर की लेबर पार्टी ने ही भारत को साल 1947 में आजादी दिलाई दी। दरअसल उस वक्त ब्रिटेन में लेबर पार्टी की ही सरकार थी और प्रधानमंत्री क्लीमेट एंटली थे। उन्होंने ही भारत को आज़ाद करने का प्रस्ताव ब्रिटेन में प्रस्ताव पास कराया था। जिसका कंजरवेटिव पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री विंसटन चर्चिल ने पुरजोर विरोध किया था।
आशा और अवसर के नए युग में प्रवेश कर रहा ब्रिटेन- कीर स्टॉर्मर
ब्रिटेन की जनता का समर्थन मिलता देख (UK Elections Result 2024) लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने कहा है कि ब्रिटेन अब आशा और अवसर के एक नए युग में प्रवेश करने जा रहा है। गौरतलब कि चुनाव से पूर्व ब्रिटेन में यूगॉव के सर्वे में अनुमान जताया गया है लेबर पार्टी को 1832 के बाद से किसी भी एक पार्टी के लिए सबसे बड़ा बहुमत मिल सकता है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने अपने करीबी लोगों से कहा है कि उन्हें अपनी सीट खोने का डर है। सर्वेक्षणों के अनुसार, सुनक सरकार के करीब 16 कैबिनेट मंत्री अपनी सीटें हारने की राह पर हैं। उधर, जीत के विश्वास से भरे लेबर नेता स्टारमर ने कहा कि वह सरकार बनाने के लिए तैयार हैं, और उनका प्रस्तावित मंत्रिमंडल यदि गुरुवार के चुनाव में जीत जाता है तो पूरी ताकत से काम करना शुरू कर देगा।
नियमों के खिलाफ आखिरी दिन भी हुआ था चुनाव प्रचार
मतदान के दौरान टीवी और रेडियो पर चुनाव विज्ञापन पर रोक होने के कारण ब्रिटेन की राजनीतिक पार्टियां ने गुरुवार को ऑनलाइन विज्ञापनों पर दस लाख पाउंड से अधिक खर्च कर दिए। गौरतलब है कि ब्रिटेन में मीडिया ब्लैकआउट नियम के अनुसार, मतदान शुरू होने पर टेलीविजन और रेडियो स्टेशनों को अपना चुनाव कवरेज रोक देना होता है।
शाही परिवार नहीं करता मतदान
चुनाव में किंग चार्ल्स और शाही परिवार के सदस्यों ने वोट नहीं डाला। दरअसल ब्रिटेन में राजनीतिक तटस्थता के कारण शाही परिवार के सदस्य अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करते। हालांकि इन्हें किसी भी अन्य ब्रिटिश नागरिक की तरह ही मतदान का अधिकार हासिल है। किंग्स कॉलेज के प्रोफेसर रॉबर्ट ब्लैकबर्न के मुताबिक शाही परिवार का मतदान में हिस्सा लेना मीडिया में अटकलों की वजह बनता है।