अमेरिकी थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज की रिपोर्ट के मुताबिक हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पर हर सप्ताह 160 हमले किए। एक वर्ष में बमुश्किल छह दिन ही युद्ध विराम रहा। युद्ध अब लेबनान, यमन और ईरान तक फैल गया। बदले की आग में इजरायल ने हमले का रुख ट्रिपल-H (हमास, हूती और हिजबुल्लाह) की तरफ मोड़ दिया। एक वर्ष के संघर्ष में हमास चीफ इस्माइल हानिया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्ला और उसके उत्तराधिकारी हाशिम सहित कई कमांडरों को ढेर कर दिया। अकेले गाजा में 42 हजार से ज्यादा लोग मारे गए और दोनों तरफ अरबों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है।
इजरायल को नुकसान
-इजरायल की जीडीपी में 20.7 फीसदी की गिरावट आई है। -बैंक ऑफ इजरायल का अनुमान है कि इजरायल को युद्ध से 55.6 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है। -करीब 60 हजार कंपनियां कर्मचारियों की कमी के चलते बंद होने की कगार पर हैं।
हमास को नुकसान
81 फीसदी जीडीपी गिरी गाजा की 2 लाख से ज्यादा बेरोजगार, 20 लाख बेघर 42 हजार से ज्यादा लोग गाजा में मारे गए अब तक। 62 हजार इजरायलियों ने उत्तरी क्षेत्र छोड़ा। 92 हजार लोग दक्षिणी लेबनान से घर छोड़ गए। 1000 से ज्यादा आम नागरिक भी मारे जा चुके लेबनान में।
64 बंधक अब भी हमास के कब्जे में हमास ने जिन 250 इजरायली नागरिकों का अपहरण किया था, उनमें 105 और चार बंधकों को दो बार छोड़ा गया। अभी भी 97 बंधक हमास के कब्जे में बताए जा रहे हैं। इजरायली सेना के अनुसार, इनमें 33 की मौत हो चुकी है। जबकि दो बच्चों समेत 64 बंधक अभी भी जीवित हैं।