एलन मस्क ने जॉर्ज सोरोस पर अपने दिए हुए एक इंटरव्यू से बयान वाले पोस्ट को कोट करते हुए लिखा है कि ये बहुत हास्यास्पद है कि जॉर्ज सोरोस को जो बाइडेन प्रेसिडेंशियल मेडल दे रहे हैं।
इस इंटरव्यू में एलन ये कह रहे हैं कि जॉर्ज सोरोस मूलरूप से मानवता के विरोधी है, वे मानवता से नफरत करते हैं। बता दें कि व्हाइट हाउस ने सोरोस समेत उन 19 नामों की घोषणा की थी जिन्हें अमेरिका का सर्वोच्च सम्मान देने के लिए चुना गया था। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में तब कहा गया था कि ये प्रतिष्ठित पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने अमेरिका की समृद्धि, मूल्यों या सुरक्षा, विश्व शांति, सामाजिक, सार्वजनिक में योगदान दिया है।
भारत में हुआ था जमकर बवाल
सोरोस ने हिंडनबर्ग की अडाणी रिपोर्ट मामले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में कई बार बयानबाजी की है। इसके बाद 2024 दिसंबर में संसद के शीतकालीन सत्र में बीजेपी ने ये दावा किया था कि सोनिया गांधी समेत कांग्रेस की शीर्ष नेताओं का संबंध जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के वित्तपोषित एक संगठन से है। इस संगठन ने कश्मीर को एक ‘स्वतंत्र राष्ट्र’ के तौर पर स्थापित करने के विचार का समर्थन किया है। इसके बाद ही कांग्रेस समेत विपक्ष ने इस मुद्दे पर जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया था।
किन लोगों को मिला है सर्वोच्च सम्मान
बता दें कि अमेरिका में जिन लोगों को सर्वोच्च सम्मान दिया गया है उनमें हिलेरी क्लिंटन, फैशन डिजाइनर राल्फ लॉरेन, फुटबॉल सुपरस्टार लियोनेल मेस्सी, पूर्व रक्षा सचिव दिवंगत एश्टन कार्टर, विवादास्पद निवेशक जॉर्ज सोरोस, जोस एन्ड्रेस, माइकल जे फॉक्स, टिम गिल, जेन गुडाल, फैनी लू हैमर, इर्विन “मैजिक” जॉनसन, रॉबर्ट फ्रांसिस कैनेडी, राल्फ लॉरेन, विलियम सैनफोर्ड नाइ, जॉर्ज डब्ल्यू रोमनी, डेविड एम रूबेनस्टीन, जॉर्ज स्टीवंस जूनियर, डेन्ज़ेल वाशिंगटन, एन्ना विंटोर और बोनो शामिल हैं।
कौन हैं जॉर्ज सोरोस
बता दें कि जॉर्ज सोरोस एक अमेरिकी स्टॉक इंवेस्टर हैं। वे एक बिजनेसमैन भी हैं और वो परोपकारी संस्थाएं चलाने का दावा करते हैं। उनका जन्म 1930 में हुआ था। वे जर्मनी में नाजी कब्जे से बचने के लिए 1947 में ब्रिटेन चले गए थे। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है। उनके बायोग्राफी लिखने वाली कई वेबसाइट ने दावा किया है कि उन्होंने यहां पर पढ़ाई के लिए रेलवे कुली और रेस्टोरेंट में वेटर का काम किया। 1969 में सोरोस ने अपना पहली हेज फंड कंपनी खोली जिसका नाम था डबल ईगल। इसके बाद सोरोस फंड मैनेजमेंट की स्थापना की। 2011 तक उन्होंने कथित तौर पर कई चैरिटी वाले काम किए इसमें उन्होंने 11 बिलियन डॉलर का योगदान किया।