‘अमेरिका में ही सब कुछ संभव’
बाइडेन ने कहा कि “यह मेरा घर नहीं है; यह आपका घर है। आज हम एक मोड़ पर हैं, हर कुछ पीढ़ियों में हमें याद दिलाया जाता है कि अमेरिका के विचार को हल्के में न लें। अमेरिकी लोकतंत्र कभी आसान नहीं रहा। हमारे जैसे विविधतापूर्ण देश में, हम बहस करते हैं, हम असहमति जताते लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हम कभी यह नहीं भूलते कि हम यहां कैसे और क्यों पहुंचे।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने उस समय को भी याद किया जब उन्होंने और प्रथम महिला जिल बाइडेन ने 2016 में उपराष्ट्रपति के निवास पर पहली दिवाली समारोह की मेजबानी की थी। उन्होंने अपने प्रशासन की विविधता का बखान किया, जिसमें वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ-साथ अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि केवल अमेरिका में ही सब कुछ संभव है। पिछले कुछ वर्षों में, बिडेन के दिवाली उत्सव ने इस चमकदार परंपरा में एक अनूठा स्पर्श जोड़ा है। रोशनी, रंग, संगीत और नृत्य की विशेषता वाले इस उत्सव में पारंपरिक प्रदर्शन और नर्तक भी शामिल होते हैं।
2003 से व्हाइट हाउस में मनाई जा रही है दीवाली
बता दें कि व्हाइट हाउस में दिवाली के कार्यक्रमों की शुरुआत 2003 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान हुई थी और इसमें राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा ओवल ऑफिस में दीया जलाना, साथ ही तत्कालीन उपराष्ट्रपति बिडेन द्वारा 2016 में एक रिसेप्शन आयोजित करना शामिल है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2017 में अपनी बेटी इवांका और अपने प्रशासन के भारतीय अमेरिकी सदस्यों के साथ दीया जलाकर दिवाली की परंपरा को जारी रखा। हालाँकि, 2018 में, महत्वपूर्ण मध्यावधि चुनावों ने व्हाइट हाउस में औपचारिक दिवाली समारोह की 15 साल पुरानी परंपरा को बाधित कर दिया।