भविष्यवाणी कहने वाले कौन हैं ये बाबा वेंगा
बाबा वेंगा का जन्म 3 अक्टूबर, 1911 को बुल्गारिया में हुआ था। उनका असली नाम वेंगेलिया पांडवा गुश्तेरोवा था। वे एक बल्गेरियाई रहस्यवादी और उपचारक थीं। 12 साल की उम्र में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। उन्हें बाल्कन का ‘नास्त्रेदमस’ भी कहा जाता है। इन्होंने भविष्य की घोषणा की क्षमता होने का दावा किया था। उन्होंने अपना ज्यादातर जीवन बुल्गारिया के बेलासिका पहाड़ों के रूपाइट क्षेत्र में बिताया। बाबा वेंगा का 1996 में 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। आपको बता दें कि बाबा वेंगा एक महिला थीं। उन्हें ‘बाबा’ का उपनाम दिया गया, जो बाल्कन क्षेत्र में सम्मान के रूप में बड़ी उम्र की महिलाओं को दिया जाता है।
किन देशों में मुस्लिम शासन होने की भविष्यवाणी हुई
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के मुताबिक ये कहा गया है कि 2025 से धरती के यूरोप महाद्वीप पर महायुद्ध शुरू होगा। जिसमें करोड़ों लोग मारे जाएंगे। ये युद्ध काफी लंबा चलेगा। भविष्यवाणी के मुताबिक 2043 तक यूरोपीय देशों की सत्ता मुस्लिमों के अधीन होगी और इन यूरोपीय देशों में मुसलमानों की शासन होगा।
यूरोप में कौन-कौन से देश
बता दें कि यूरोप महाद्वीप में 44 मान्यता प्राप्त देश हैं। इनमें से कुछ देश पूरे यूरोप में स्थित हैं, जबकि कुछ देश आंशिक रूप से यूरोप और एशिया में फैले हुए हैं, जैसे कि तुर्की और रूस। यूरोपीय देशों में अल्बानिया, ऑस्ट्रिया, अज़रबैजान, बेलारूस, बेल्जियम, बुल्गारिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, फ़िनलैंड, फ्रांस, जॉर्जिया, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, य़ूक्रेन जैसे देश शामिल हैं।
और क्या हैं बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां
बाबा वेंगा ने तो भविष्य़वाणी में ये भी बताया है कि साल 5079 में दुनिया का अंत हो जाएगा। 2025 में जो ये यूरोप में भीषण संघर्ष शुरू होगा उससे ही दुनिया के खात्मे की शुरूआत होगी। 2033 तक धरती के ध्रुवों पर बर्फ पिघलने लगेगी जिससे समुद्र का स्तर बढ़ जाएगा। इसके बाद 2170 में पूरी दुनिया में सूखा पड़ जाएगा। 2028 तक इंसान शुक्र ग्रह पर पहुंच जाएगा। बाबा वेंगा की अनोखी भविष्यवाणी ये भी है कि साल 3005 में मंगल पर युद्ध होगा। बाबा वेंगा ने कहा है कि धरती 3797 में नष्ट हो जाएगी।
कहां लिखी हैं बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां
अब सवाल आता है कि बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां आखिर कहां से ली जाती हैं। तो इसका जवाब है कि बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां कहीं लिखी नहीं मिली है, ना ही किसी तरह की किताब मिली है। दरअसल बाबा वेंगा नेत्रहीन थे। तो वो लिखते नहीं थे। उन्होंने ये भविष्य़वाणियां चौपाईयों के तौर पर अपने अनुयायियों को मौखिक रूप से सुनाई हैं। इसलिए ये भविष्यवाणियां उनके ही अनुयायियों ने संकलित की हैं। यहां से कई पत्रकारों और लेखकों ने इस पर कई किताबें लिखी हैं और लेख छापे हैं। इन किताबों में इन्हीं सुनी हुई बातों का उल्लेख होता है। हालांकि इनकी सटीकता का प्रमाण कहीं भी नहीं है। लेकिन बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों का विश्लेषण करने वाले ये लेखक उन्हें सच मानते हैं।