आरोपियों के बारे में कोई सुराग नहीं यह दुर्भाग्य
पत्र लिखने वाले अमरीकी सांसदों (American Senators) राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, श्रीथानेदार, प्रमिला जयपाल और अमी बेरा के नाम शामिल हैं। अमरीकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकार शाखा को संबोधित यह पत्र सहायक अटॉर्नी जनरल क्रिस्टन क्लार्क को लिखा गया है। पत्र में न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया तक हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इन हमलों से हिंदू-अमरीकी समुदाय चिंतित है। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, दुर्भाग्य यह है कि इन हमलों के आरोपियों के बारे में भी कोई सुराग नहीं है। इस वजह से भी समाज के लोग भी डरे हुए हैं।
क्या हैं अपराध करने वालों के इरादे?
पत्र में कहा गया है कि इन अपराधों (Attacks on Hindu temples in America) का घटनाक्रम और इनकी टाइमिंग बताती है कि इनको अंजाम देने वाले जुड़े हो सकते हैं। साथ ही इससे उनके इरादों पर भी सवाल खड़ा होता है। हम जानना चाहते हैं कि कानून के अंदर समान संरक्षण की क्या हमारी संघीय निगरानी और जांच एजेंसियां इन पर कया नजर रख रही हैं?
एक साथ काम करने की आवश्यकता
पत्र में सभी सांसदों (American Senators) ने कहा है हमें अमरीका में धार्मिक, जातीय, नस्लीय और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत का मुकाबला करने के लिए एक साथ काम करना होगा। पत्र में कहा गया है कि जो समुदाय पहले ही हाशिये पर हो, उसको डराने के लिए उसके खिलाफ सिर्फ कुछ ही सुनियोजित तरीके किए गए हेट क्राइम ही काफी होते हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं हमें यह बताया जाए कि हेट क्राइम को रोकने के संबंध में विभाग की क्या रणनीति है।
– इसके पहले कैलिफोर्निया में ही स्वामीनारायण मंदिर में भारत विरोधी लिखावट के साथ तोड़फोड़ दर्ज की गई।
– जनवरी के पहले सप्ताह में ही कैलिफोर्निया के शेरावाली मंदिर में तोड़फोड़ की गई।
– पिछले साल 23 दिसंबर को कैलिफोर्निया के नेवार्क शहर में खालिस्तानी समर्थक नारों के साथ एक हिंदू मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया गयाय की घटनाएं शामिल हैं।