आईसीआरसी की तरफ से बताया गया कि उनकी टीम सशस्त्र हिंसा से प्रभावित लोगों की मानवीय स्थिति का जायज़ा लेकर लेबा (Layba) से वापस आ रही थी। रास्ते में ही यह हमला हो गया।
सुरक्षा की मांग
आईसीआरसी ने इस हमले का आरोप लगाए बिना कहा कि सभी नागरिकों, मानवीय कार्यकर्ताओं और चिकित्सा-कर्मियों को सुरक्षा देनी चाहिए।