7 अक्टूबर से अब तक का डेटा
रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने ये जानकारी नाम ना छापने की शर्त पर दी है। उनका कहना है कि उन्हें ये जानकारी सार्वजनिक ना करने की कड़ी हिदायत भी दी गई थी। ये जानकारी हथियारों के शिपमेंट की एक अपडेट लिस्ट से निकाली गई है। (America Gave Weapons to Israel) जिसमें पिछले साल 7 अक्टूबर में युद्ध की शुरुआत से लेकर हाल के दिनों का डेटा है। इन अधिकारियों ने कहा है कि य़े शिपमेंट गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इज़राइल को भेजे गए हथियारों की (America Gave Weapons to Israel) एक बड़ी लिस्ट का हिस्सा हैं। बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ये भी बताया कि अमेरिका ने 7 अक्टूबर से इज़राइल को 6.5 बिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता भेजी है।
दुनिया के आह्वान के बावजूद जारी रखी सप्लाई
हालांकि अधिकारियों ने इस शिपमेंट के लिए कोई समयसीमा नहीं दी, लेकिन कुल मिलाकर यह पता चला है कि इजरायल को हथियार ना भेजने के दुनिया भर के देशों की अपील और आह्वान के बावजूद अमेरिका ने चोरी-छिपे इजरायल को लगातार हथियार सप्लाई किए। हालांकि इसमें मामूली गिरावट देखी गई है।
हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल इस्तेमाल करेगा ये हथियार
इस रिपोर्ट पर सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के हथियार विशेषज्ञ टॉम काराको ने कहा कि अमेरिका के शिपमेंट की जो लिस्ट सामने निकल कर आई है वो संख्या किसी बड़े संघर्ष में खर्च की जाती है। जो ये साफ दिखा रहा है कि इजरायल के लिए अमेरिका का समर्थन कितना ज्यादा है। इजरायल ने हथियारों का इस्तेमाल हमास के खिलाफ लड़ाई और ईरान-लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ संभावित जंग में करेगा।
अमेरिका ने मदद ना करने को चेताया था
बता दें कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल के हफ्तों में दावा किया था कि अमेरिका अब उसे हथियार देने से रोक रहा है। ये भी सर्वविदित है कि अमेरिका ने इजरायल को अब हथियार ना भेजने के लिए चेताया भी था। बावजूद इसके अमेरिका इजरायल को भारी-भरकम संख्या में हथियारों के खेप भेज रहा है। दूसरी तरफ इस रिपोर्ट पर अमेरिका ने किसी भी तरह टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। वहीं अमेरिका में इजरायली दूतावास ने इस पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।