दक्षिणपंथी ब्रदर्स का नेतृत्व कर रही हैं मेलानी
अपनी भिन्न राजनीतिक मान्यताओं के बावजूद, मेलोनी इटली के दक्षिणपंथी ब्रदर्स का नेतृत्व कर रही हैं और रामा अल्बानिया की सोशलिस्ट पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, दोनों नेताओं ने एक अच्छा कामकाजी संबंध बनाए रखा है। यह तब स्पष्ट हुआ जब मेलोनी ने पिछले साल इटली की ओर से समुद्र से उठाए गए कुछ प्रवासियों को अल्बानिया के हिरासत केंद्रों में भेजने के लिए रामा के साथ एक समझौता किया। हालांकि कानूनी चुनौतियों के कारण केंद्र वर्तमान में निष्क्रिय हैं, समझौता दोनों नेताओं की प्रमुख मुद्दों पर सहयोग करने की इच्छा दर्शाता है।
बैठक के लिए रिश्तों की एक जाजम बिछाई
अबू धाबी में आयोजित विश्व भविष्य ऊर्जा शिखर सम्मेलन ने रामा और मेलोनी के बीच बैठक के लिए रिश्तों की एक जाजम बिछाई गई, क्योंकि इसनसे क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा का महत्व उजागर हुआ। वहीं एक बड़ी सफलता के रूप में, इटली, अल्बानिया और संयुक्त अरब अमीरात ने एड्रियाटिक सागर में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए एक उप-समुद्र इंटरकनेक्शन बनाने के लिए लगभग 90 अरब भारतीय रुपये (1 बिलियन यूरो या $1 बिलियन) के एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए। चूंकि दोनों नेता प्रमुख मुद्दों पर एक साथ काम करना जारी रखते हैं, इसलिए उनके सहयोग से क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिससे राष्ट्रों के बीच अधिक सहयोग और समझ को बढ़ावा मिलने की उम्मीदें जाग उठी हैं।
नरेंद्र मोदी और जियोर्जिया मेलोनी की दोस्ती
गौरतलब है इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के बीच दोस्ती और सकारात्मक संबंधों का एक उदाहरण तब देखने को मिला, जब दोनों नेताओं ने एक साथ सेल्फी ली थी। यह घटना दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों और व्यक्तिगत मित्रता को दर्शाती है। मोदी और मेलोनी के बीच व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध मजबूत होते जा रहे हैं। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के देशों के बीच आर्थिक, सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है। यह दोस्ती उनके विभिन्न वैश्विक मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन करने में भी दिखी है। एक सार्वजनिक बैठक के दौरान, मोदी और मेलोनी ने एक साथ सेल्फी ली, जो उनके रिश्ते की गर्मजोशी और मित्रता का प्रतीक है। यह क्षण सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और दुनियाभर में चर्चा का विषय बना था।