राहत पैकेट में दाल, चावल, मसाले, चीनी, डिटर्जेंट बार और खाना पकाने के तेल जैसी 18 आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं। इसके अलावा मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर के साथ-साथ सैनिटरी नैपकिन समेत अन्य जरूरी सामान भी दिया है। वर्तमान में, आधार चैरिटेबल ट्रस्ट स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ वंचित बच्चों की मदद कर रहा है और महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्यों में पांच हजार से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करने का दावा करता है।
उनके द्वारा प्रदान की गई मदद पर बोलते हुए आफ्टरनून वॉयस की प्रधान संपादक वैदेही तामण ने कहा कि लाकडाउन और झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों, प्रवासी श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों की आय की कमी के कारण हमने उनकी मदद की। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम इस महामारी में संघर्ष कर रहे लोगों की मदद करें। इन सबसे ऊपर, हमारा ध्यान छोटे समय के अखबार विक्रेताओं की मदद करने पर था, जो अखबारों की छपाई नहीं होने के कारण आर्थिक रूप से परेशान थे।
हमने आधार चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ धारावी कांदिवली में वदर पाड़ा, मलाड में अप्पा पाड़ा, मलाड पश्चिम में मालवानी, कमाठीपुरा और गोवंडी मलिन बस्तियों जैसे क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया। अपनी स्थापना के बाद से आधार चैरिटेबल ट्रस्ट ने महाराष्ट्र राज्य में कई छात्रों को गोद लिया है। संस्था छात्रों को वर्दी, स्वेटर और स्कूल बैग और ट्यूशन फीस प्रदान कर रहा है।