हम बात कर रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मनाली लेह मार्ग पर ‘गाटा लूप्स’ की, जो करीब 17 हजार फीट की ऊंचाई पर पहाड़ी के बीच बसा है। यहीं पर भूत का एक छोटा सा घर बना है। वैसे तो इस खौफनाक जगह पर लोग जाते ही नहीं हैं, लेकिन जो लोग इस जगह से गुजरते हैं वह इस रहस्यमयी स्थान के सामने मिनरल वॉटर और सिगरेट रखकर ही आगे जाते हैं। बता दें,मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर खतरनाक 21 घुमावदार चक्करों वाले हेयर पिन बेंड को गेटा लूप्स कहा जाता है। इसे भारत का सबसे खतरनाक रास्ता भी माना जाता है। सर्दियों में तो यह रास्ता बर्फबारी के कारण बंद ही रहता है।
भूख-प्यास से हो गइर् थी ड्रक क्लीनर की मौत जानकारी के मुताबिक, गाटा लूप्स के इस इलाके में करीब 10 साल पहले एक ट्रक खराब हो गया था। हल्की बर्फबारी हो रही थी। ट्रक का ड्राइवर, क्लीनर को ट्रक में ही छोड़कर मदद के लिए पास के गांव चला गया। इस दौरान मौसम और खराब हो गया और भारी बर्फबारी की वजह से वहां का रास्ता बंद हो गया। ये बर्फीला तूफान करीब एक सप्ताह बाद रुका। जब तक ड्राइवर वापस लौटा, तब तक क्लीनर की मौत हो चुकी थी। क्लीनरा की डेड बॉडी उसी ट्रक में पड़ी हुई थी।
ड्राइवर ने असहाय होकर क्लीनर का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर कर दिया, उसने उसकी लाश को वहीं दफन कर दिया। बताया जाता है कि क्लीनर की लाश को दफन करने के कुछ दिन बाद ही यहां से निकलने वाले लोगों के साथ अजीब घटनाएं होने लगीं। कुछ लोगों ने यहां पर एक लड़के को देखे जाने का दावा किया। बताया गया कि वह लड़का लोगों से कुछ खाने और पीने को पानी मांगता। यही नहीं अगर कोई इंसान उसे खाने—पीने की चीज नहीं देता वह आगे जाकर किसी न किसी हादसे का शिकार हो जाता।
एक के बाद एक कई हादसों के बाद लोग इस रास्ते से जाने से मना करने लगे। हिमाचल में ये बात चर्चा का विषय बन गई। इसके बाद यहां एक स्थान बनाया गया, जहां से गुजरने वाले ड्राइवर इस स्थान पर मिनरल वॉटर और कोल्ड ड्रिंक की भरी बोतलें चढ़ाने लगे। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा करने के बाद भूत दिखना बंद हो गया।