ये हैं धरती पर शिव जी के जीवित रूप, इन्हें भोलेनाथ साक्षात देते हैं दर्शन!
शोधकर्ताओं के मुताबिक इसकी संख्या काफी कम है। गोताखोरों की टीम द्वारा खोजे गए इन मछलियों के नए ठिकाने में यहां 20 से 40 मछलियों के होने का अनुमान था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक इन मछलियों का केवल एक ही प्राकृतिक आवास वैज्ञानिकों को पता था। जो इस अनोखे और विलुप्ति की कगार पर पहुंचे जीवों के आवास में से एक है। लकिन इनकी खोज करने पर पता चला है कि इनकी और प्रजातियां हैं। खोज करने पर पता चला है कि ये मछलियां एक ही तरह के वातावरण में रहने की आदी नहीं हैं यह माहौल के हिसाब से खुद को ढाल लेने में सक्षम हैं।