यहां के वासियों का कहना है गांव के नाम इस तरह अटपटे होने की वजह से उनके जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है। अब नाम चोरपुर ही ले लीजिए यहां के ग्रामीण जब अपने गांव का नाम किसी को बताते हैं तो उन्हें शर्म आती है। लोग यह कहकर उनका मज़ाक उड़ाते हैं कि इस गांव में चोर रहते हैं। यहां के लोगों की मांग है कि इस गांव का नाम ‘साधुपुर’ रख देना चाहिए। हरियाणा के सिरसा जिले के ‘कुत्ताबाद’ गांव के रहने वाले ग्रामीण करीब एक दशक से मुख्यमंत्री कार्यालय में अपना प्रतिनिधि भेज रहे हैं। लेकिन नामों का बदलना इतना आसान काम नहीं है, यह एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी से लेकर केंद्र सरकार तक की मंजूरी शामिल है।
गौरतलब है कि कुत्ता शब्द अक्सर गाली के लिए इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि पहले कुत्ताबाद गांव को ढाणी कहा जाता था। लेकिन यहां के कुत्ते, लोगों को काट लेते थे इसलिए सभी ने इसका नाम कुत्ताबाद रख दिया। यहां के लोगों की मांग है कि उसका नाम कुत्ताबाद से बदलकर ‘प्रेम नगर’ कर देना चाहिए। गांव ‘कुतियांवाली’ नाम रखने के पीछे भी कुछ ऐसी ही कहानी है। पहले शहजादपुर नाम के इस गांव में आजादी से पहले एक अंग्रेज अधिकारी आया था और उसे किसी कुतिया ने काट लिया। तब उसने गुस्से में आकर इस गांव का नाम बदलकर कुतियांवाली रख दिया।