वैज्ञानिकों ने जाना चौकोर मल की वजह
वॉमबैट (Wombat) की आंतें इंसानों या दूसरे जानवरों की आंतों से अलग यानी गोल या सिलेंड्रिकल ना हो कर इनकी आंतें दो कड़े और दो लचीले पार्ट में होती हैं। ऐसे में जब मल इस जीव की आंतों से निकलता है तो आंतों की विशेष बनावट की वजह से चौकोर या क्यूब के आकार में बदल जाता है। रात में खाना खोजने वाले वॉमबैट (Wombat) के पाचन की प्रक्रिया भी काफी धीमी होती है। इन्हें एक बार खाना पचाने और मल त्याग करने में 8 से 14 दिन वख्त लगता है।
वैज्ञानिकों की माने तो एक वयस्क वॉमबैट (Wombat) एक रात के दरम्यान 2 सेंटीमीटर आकार के 80 से 100 तक मल त्याग कर सकता है। ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया के जानकार तो यह भी मानते हैं कि वॉमबैट (Wombat) अपने मल की गंध से एक दूसरे से कम्यूनिकेट करते हैं। हालांकि यह बात अभी भी आपुष्ट है।