जिस जगह की बात हम कर रहे हैं वह जगह अफ्रीका महाद्वीप है यहां डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो और रवांडा के बोर्डर पर मौत की झील स्थित है। बता दें कि, झील का ये पानी लाखों लोगों को मौत के घाट उतारने की फिराक में है। असल में किवु नाम की इस झील के गहरे पानी में काफी मात्रा में मीथेन गैस बन रही है जो एक समय के बाद जहरीली साबित होगी। यह गैस इतनी प्रभावशाली है कि अगर भारी मात्रा में कोई इसे सूंघ ले तो मिनटों में उसकी मौत भी हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस झील के पानी से बना बादल भी जहरीली मीथेन गैस को समेटे हुए होगा और अगर ये रिहायशी इलाके में बरसा तो लाखों लोगों की जान पर बन आएगी। उस बारिश से आसपास के इलाके में रहने वाले लाखों लोग मुसीबत में आ सकते हैं। वहीं जहरीली गैस से भरे उस बादल से आसपास के इलाके में रहने वाले करीब 20 लाख लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। बता दें की, इस झील के पानी में कार्बन डाई ऑक्साइड की बड़ी परतें और बड़ी मात्रा में मेथेन गैस पाई जाती है। हल्का सा भूकंप आने पर भी इसमें विस्फोट भी हो सकता है।