शिकोकू टापू पर स्थित है गांव
बता दें कि दुनिया का यह अनोखा गांव जापान के शिकोकू टापू पर स्थित है जिसका नाम नागोरो है। इस गांव को इसके असली नाम के बजाए पुतलों का गांव के नाम से पुकारा जाता है। यहां की स्थानीय भाषा में पुतलों को बिजुका कहा जाता है। वहीं यहां आने वाले पर्यटक रात में कई बार इन पुतलों को देखकर डर भी जाते हैं। सबसे हैरानी की बात ये है कि इस गांव में सिर्फ 30 लोग रहते हैं जबकि पुतलों की संख्या 300 है।
10 साल पहले शुरू हुई थी कहानी
हैरानी की बात तो ये भी है कि यहां दुकानों पर ग्राहक, बस स्टॉप पर लोग और दूसरे स्थान इंसान नजर आएं या न आएं, लेकिन पुतले आपको जरूर दिखाई देंगे। इस गांव को पुतलों का गांव बनाने के पीछे भी एक काफी पुरानी और दिलचस्प कहानी है। पुतलों का गांव बनने की कहानी सिर्फ 10 साल पहले शुरू हुई थी। उस समय एक महिला ने स्कूलों में रखने के लिए पुतले बनाए थे। कहते हैं कि एक समय गांव में बड़ी संख्या में लोग रहते थे, लेकिन काम की तलाश में लोग धीरे-धीरे पलायन करते चले गए।
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अकेलेपन को दूर करने की अनोखी पहल
देखते ही देखते नागोरो गांव से लोग पलायन करते चले गए। इस तरह कुछ ही लोग बचे जिन्होंने अपने अकेलेपन को दूर करने के लिए यह तरीका निकाला। उन्होंने पूरे गांव में पुतले लगा दिए। सबसे खास बात ये है कि इन पुतलों को गांव की एक बुजुर्ग महिला ने बनाया है। महिला का कहना है कि उन्होंने इस गांव के सूनेपन को दूर करने के लिए यह काम किया है। यहां जब कोई अकेला होता है तो पुतलों से बात करता है।
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