ग्रामीणों का आरोप है कि, बिजली की डिमांड करने पर विभाग के लोग अलग से पैसों की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से बिजली के लिए डीपी रखने और बिजली सप्लाई शुरू करने की मांग की है।
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ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में डाला डेरा
बताया जा रहा है कि, पिछले दिनों भी कोठीचार खुर्द में बिजली सप्लाई की मांग को लेकर ग्रामीण कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गए थे। यहां से आश्वासन मिलने के बाद भी अबतक उनकी इस समस्या का अबतक समाधान नहीं हो सका है। इससे नाराज लोग ट्रॉलियों में भरकर आज एक बार फिर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना है कि, हम अपने साथ बच्चों की पढ़ाई के लिए किताबें और खुद के सोने के लिए बिस्तर भी साथ ले आए हैं। अगर हमारी मांग पूरी नहीं होती तो कम से कम कलेक्ट्रेट परिसर में रहकर ही हमारे बच्चे पढ़ाई कर लेंगे।
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ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि, पिछले 7 महीने से बिजली न होने की शिकायत की गई है। जबकि प्रशासन ने डीपी के लिए राशि भी जारी कर दी है। इसके बावजूद गांव में बिजली के पोल और तार लगाने के लिए संबंधित बिजली स्टेशन आनाकानी कर रहे हैं। हमारी ओर से सवाल करने पर कहा जाता है कि, सभी ग्रामीण मिलकर तार और पोल के पैसे दे दो तो बिजली सप्लाई शुरु करवा देते हैं।
इसलिए रोक रखी है बिजली सप्लाई- आरोप
कोठीचार खुर्द रहवासियों के साथ महिलाएं और बच्चों ने भी कलेक्ट्रेट में अपनी फरियाद सुनाई। इस दौरान एक ग्रामीण ने कहा कि, डीपी की राशि की मंजूरी मिल चुकी है। इसके बावजूद भी विभाग के लोग 5 हजार रुपए अलग से मांग रहे हैं। जहां पोल की जरूरत नहीं है, वहां पोल लगाने के लिए और बिजली के तार लाने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है। इसी का बहाना बनाकर सप्लाई रोके रखी है।