मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, आज भगवान गणेश विराजित हुए हैं। उनकी पूजा-अर्चना कर प्रदेश में सुख शांति और बाढ़ प्रभावितों के लिए हर संभव मदद पहुंचाने की प्रार्थना की है। उन्होंने ये भी कहा कि, हमें सबसे पहले आपकी ये चिंता थी कि, जिंदगी बच जाए, बाकी तो मामा बैठा है। काहे की चिंता। जब जिंदगी बच गई तो अब सारी चीजों से हम निपट लेंगे। सीएम ने कहा कि, लोगों की जिंदगी बचाने में हम सब काफी हद तक सफल रहे। मैं तो कई जगह रात में फोन पर भी बात करने की कोशिश करता हूं।
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शिवराज बोले- 27 हजार 639 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे सीएम ने कहा कि, आज आपसे ये कहने आया हूं कि, सिर्फ हिनोतिया वालों से नहीं, अकेले विदिशा जिले में 1300 से ज्यादा गांव हैं। मुख्यमंत्री अकेले हर गांव, हर घर नहीं देख सकता। लेकिन हमारे सांसद, विधायक, कलेक्टर, अधिकारी-कर्मचारी और प्रशासन की पूरी टीम उनतक पहुंचेगी। सिर्फ हिनोतिया, गुना क्षेत्र में नहीं विदिशा के 1336 गांव के लोगों को भी, जिनके मकानों को नुकसान हुआ है। 27 हजार 639 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं। आज विदिशा समेत पूरे प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों के गांव के बहनों और भाइयों से कह रहा हूं, ‘संकट और परेशानी है, लेकिन शिवराज आपको संकट से पार कराएगा।’
विदिशा ही नहीं इन जिलों में भी रहा बाढ़ का कहर
मुरैना, भिंड, श्योपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर अनेकों गांवों में बाढ़ का कहर टूटा है। अभी मैंने हिनोतिया और टीलाखेड़ी में भी मकानों में आकर उनकी स्थिति देखी। कई मकान मलवे के ढेर बन चुके हैं। अनाज सड़ गया, मकान गिर गए, घर का सामान खराब हो गया, फसलें नष्ट हो गईं। हम सड़क से नहीं आ सकते थे। पानी भरा था। आप यहां परेशानी में थे तो मैं भी वहां चैन से नहीं बैठा, मैं रोजाना ऊपर से चक्कर लगाता था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होम गार्ड, पुलिस, प्रशासन सभी लगे थे। हमने सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया।
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