संस्कृत छात्रों को मिलेगा रोजगार पीआरओ शशिंद्र मिश्रा ने बताया कि, ये कोर्स ज्योतिष वास्तुशास्त्र के साथ सम्मिलित किया गया है। ताकि आधुनिक समय में वास्तु के साथ ही घर का इंटीरियर हो सके। इस कोर्स का शुरू करने का उद्देश्य मात्र, संस्कृत बोलने और ज्योतिष जानने वाले छात्रों को इंटीरियर कोर्स सिखाने की सुविधा उपलब्ध कराना है। इस कोर्स में जहां संस्कृत के छात्रों को रोजगार मिलेगा तो वहीं वास्तु के साथ घर के मालिकों को इंटीरियर की सुविधा का लाभ मिलेगा।
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– UP Board : छात्र अब 31 अगस्त तक कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन प्रवेश प्रक्रिया शुरू – पीआरओ शशिंद्र मिश्रा पीआरओ शशिंद्र मिश्रा ने बताया कि, शैक्षणिक सत्र 2022.23 के लिए 20 तारीख से प्रवेश शुरू हो गया है। कोर्स तीन साल का है। पर अगर छात्र एक साल का कोर्स करता है तो उसे डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिलेगा। अगर 6 महीने का कोर्स करता है तो सर्टिफिकेट मिलेगा। इसके अलावा दो साल का कोर्स करने पर एडवांस डिप्लोमा का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।