मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के रिश्तेदारों व उनसे जुड़े करीबियों पर लगातार कार्रवाई जारी है। उनके लाइसेंस की जांच कर उन्हें निरस्त और जब्त किया जा रहा है। गैंग सदस्यों और उनसे जुड़े अपराधियों को जेल भेजा जा रहा है। अवैध तरीके से अर्जित की गई सम्पत्तियों को सीज और जब्त किया जा रहा है। करोड़ों रुपये मूल्य की जो बड़ी-बड़ी इमारतें कभी इन बाहुबलियों के नाम से जानी जाती थीं ताश के पत्तों की तरह गरिायी जा रही हैं। उनसे जुड़ी ऐसी सम्पत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है जो दूसरों के नाम पर हों।
गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, मऊ, आजमगढ़ समेत पूर्वांचल के जिलों में मुख्तार गैंग के मछली के कारोबार को पूरी तरह बंद कराते हुए उनके करीबी कारोबारियों को जेल भेजा गया है और उनकी करोड़ों की सम्पत्तियां जब्त की गई हैं। वाराणसी में सलीम को जेल भेजा गया है तो मऊ में मुख्तार के बेहद खास कोयला माफिया उमेश सिंह के करोड़ों के शाॅपिंग काॅप्लेक्स को सील किया जा चुका है। अभी दो दिन पहले मऊ में मुख्तार अंसारी के गैंग के 22 सदस्यों पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई है तो शार्प शूटर समेत 12 गुर्गों को जिलाबदरकर दिया गया है। अकेले गाजीपुर में तो मुख्तार की पत्नी व उनके भाई और रिश्तेदारों समेत लगभग 45 करीबियों के असलहे जब्त कर लिये गए हैं।
इसी तरह तीन जुलाई को अतीक अहमद के फरार भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ की गिरफ्तारी के बाद अतीक गैंग और उनके करीबियों पर भी कार्रवाई तेज हो चुकी है। घर और चुनावी दफ्तर सहित काॅमर्शियल काॅम्पलेक्स कुर्क हो चुके हैं। सालों से गायब असलहा बरामद हआ है। अभी और सम्पत्तियों की जांच की जा रही है। उनके दर्जनों लोग जेल भेजे जा चुके हैं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा चुकी हैं।
मुख्तार अंसारी के बेटाें की दो बिल्डिंगें ध्वस्त
यूपी पुलिस ने गुरुवार को लखनउ के डालीगंज स्थित जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की दो बिल्डिंगों को ध्वस्त कर दिया। यूपी पुलिस और लखनउ विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को पूरे दल-बल के साथ पहुंचकर दोनों बिल्डिंगों को पूरी तरह से ढहा दिया। 250 से अधिक पुलिसकर्मी 20 से अधिक जेसीबी मशीनें अवैध कब्जा हटाने पहुंची थीं। आरोप है कि मुख्तार अंसारी ने शत्रु सम्पत्ति पर कब्जा करके ये दोनों बिल्डिंगें बनाई थीं। दोनों की रजिस्ट्री भी गलत तरीके से कराए जाने का दावा है। इन इन्हें पहले मुख्तार ने अपनी मां के नाम कराया और उसके बाद दोनों बेटों के नाम ट्रांसफर करा दिया। शत्रु सम्पत्ति 1956 से पहले पाकिस्तान चले गए लोगों की होती है। प्रशासन का दावा है कि बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर इन्हें ध्वस्त किया गया है। उधर जिला प्रशासन का कहना है कि अवैध निर्माण में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत रही है उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा बिल्डिंग तोड़ने का खर्चा और अब तक का किराया भी वसूलने की तैयारी है।
अतीक की 25 करोड़ करोड़ की सम्पत्तियां कुर्क
मुख्तार अंसारी के अलावा यूपी पुलिस बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके गैंग के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही हैं। अतीक के भाई के पकड़े जाने के बाद जहां गैंग के राज खुल रहे हैं वहीं पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गई है। गैंगस्टर एक्ट में सीज की गई उनकी सम्पत्तियों को कुर्क करने का सिलसिला शुरू हो गया है। पुलिस ने इलाहाबाद में अतीक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सात संपत्तियां कुर्क कर ली हैं। इनकी कीमत 25 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। प्रयागराज के एसएसपी अभिषेक दीक्षित के मुताबिक अतीक की जो सम्पत्तियां कुर्क की गई हैं उनमें चकिया में ढाई करोड़ के दो मकान, ओम प्रकाश सभासद नगर और कालिंदीपुरम में ढाई करोड़ के दो मकान और सिविल लाइंस के एमजी रोड स्थित 20 करोड़ की सम्पत्ति कुर्क की गई हैं। अतीक का चुनावी दफ्तर भी कार्रवाई की जद में आया है। अभी उनकी अन्य सम्पत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई जारी हैं। अभी करीब 13 सम्पत्तियों को लेकर मामला जिलाधिकारी के समक्ष विचाराधीन हैं। इसके अलावा पुलिस अतीक से जुड़ी उन सम्पत्तियों की भी जांच कर रही है जो दूसरों के नाम पर हैं।
पुलिस के रडार पर अतीक की आठ करोड़ की गाड़ी
अतीक अहमद को महंगी लग्जरी गाड़ियों का शौकीन कहा जाता है। उनके काफिले में मर्सिडीज और लैंड क्रूजर समेत महंगी एसयूवी गाड़ियां होती हैं। उनके काफिले में अमेरिकर कंपनी हमर की एक एसयूवी भी शामिल रहती है, जिसकी कीमत आठ करोड़ रुपये बतायी जाती है। पुलिस की नजर अब अतीक की इन्हीं महंगी गाड़ियों पर है। हालांकि गाड़ियों के दूसरों के नाम पर होने के चलते पुलिस को कार्रवाई में थोड़ी परेशानी आ रही है। लेकिन पुलिस इसकी जांच में जुटी है। हालांकि अतीक के नाम पर एक लैंड क्रूजर, जिप्सी, महिंद्रा जीप, पीजेओ जीप और पजेरो एसयूवी बतायी जाती है। इसी तरह छोटे भाई अशरफ के नाम पर भी बोलेरो, और जिप्सी और टोयोटा की गाड़ी के अलावा बाइक बतायी जाती है।
बसपा सरकार से भी बड़ी कार्रवाई
यूं तो अतीक अहमद के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी की सरकार में भी कड़ी कार्रवाईयां की गई थीं। सम्पत्तियों से लेकर लग्जरी गाड़ियां तक जब्त कर ली गई थीं। लेकिन वर्तमान सरकार में उससे अधिक कार्रवाई हो रही है। 2003-04 में अतीक की कई सम्पत्तियां कुर्क की गई थीं। अशरफ को भी पुलिस तब खोजती रह गई थी।