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बनारस आने के बाद केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बारीकी के साथ दीनापुर एसटीपी का निरीक्षण किया। सर्किट हाउस में मीडिया को निरीक्षण की जानकारी देते हुए बताया कि एसटीपी में शोधन की क्षमता से आधा ही मलजल पहुंच रहा है। शोधन के बाद जो पानी वरुणा में छोड़ा जा रहा है वह मानक से भी अच्छा है। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि प्लांट में ग्रीन एनर्जी का प्रयोग हो रहा है। प्लांट से निकलने वाले अपशिष्ट जैसे मीथेन आदि से ही वहां पर बिजली बनाने की तैयारी है। वर्तमान समय प्लांट में 2850 किलोवाट बिजली की खपत हो रही है। इस माह तक खपत की सारी बिजली इसी प्लांट के अपशिष्ट पदार्थ से तैयार होने लगेगी।
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केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि गंगा की निर्मलता के साथ उसकी अविरलता भी जरूरी है। गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए पहला कदम उसकी अविरलता बरकरार रखना है यह तभी संभव होगा। जब गंगा की सहयाक नदी भी प्रदूषण से मुक्त होगी। इसके लिए भी तेजी से काम किया जा रहा है।
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केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि गंगा के २६ घाटों को ठीक किया जा रहा है। घाट की सीढिय़ा पानी में डूबी रहती है इसकी मरम्मत करने के लिए गंगा में पानी का कम होना जरूरी है। गंगा का जलस्तर घटने से उसका निर्माण तेजी से कराया जायेगा।
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