बता दें कि देश में निर्मित पहली हाईस्पीड ट्रेन-18 का संचालन अभी फिलहाल वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से किया जा रहा है। यह ट्रेन पहले जंघई के रास्ते वाराणसी कैंट पहुंच रही थी। अब इसे ट्रायल के तौर पर मंडुआडीह के रास्ते चलाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रीयों के भारी दवाब को देखते हुए वंदेभारत को मंडुआडीह से चलाया जा रहा है। ताकि यहां यात्रीयों के दबाव कम होने के चलेते बेहतर सुविधाए मिल सके। वही दूसरीओर मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण करने के बाद यहां यात्री सुविधाओं में खासा इजाफा हुआ है। साथ ही दूसरी वजह वंदे भारत के चलते कैंट रेलवे स्टेशन पर आने वाली अन्य गाड़ीयों को आउटर पर लम्बा इंतजार करना पड़ता है और वह लेट हो जाती है। सूत्रों की माने तो वंदे भारत को 15 अप्रैल से मंडुआडीह से चलाया जा सकता है।