BHU: भैंस बेचकर फीस भरी और आज मुझे उसकी लाश मिली, एक मां न्याय चाहती है
BHU में नर्सिंग स्टाफ की मृत्यु का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खेम सिंह की मृत्यु पर उनकी पत्नी ने BHU हॉस्पिटल प्रशासन पर उत्त्पीडन का आरोप लगाया है। BHU के अन्य नर्सिंग स्टाफ धरने पर चले गए हैं। खेम सिंह की मां आज धरने में शामिल हुईं।
BHU के सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में रविवार की रात खेम सिंह की मृत्यु हो गयी थी। मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया। मामले ने जब तूल पकड़ा तो पता चला कि खेम सिंह पर समय से अधिक काम करने का दबाव था। हॉस्पिटल ने बस इतना कहा कि खेम सिंह के परिवार से पत्राचार किया गया है।
“भैंस बेचकर पढ़ने के लिए फीस भरी थी, आज मुझे उसकी लाश मिली है। एक मां न्याय चाहती है।” ये कह रही हैं मृतक नर्सिंग स्टाफ खेम सिंह की मां। अपनी जिंदगी में हजारों जद्दोजहद के बाद इस मां ने अपने बच्चे को पढ़ाया-लिखाया और काबिल बनाया। हॉस्पिटल प्रशासन की अनदेखी ने बस एक नर्सिंग स्टाफ खोया होगा लेकिन एक परिवार ने अपना घर चलाने वाला खो दिया है।
धरने पर बैठे नर्सिंग स्टाफ
खेम सिंह की मृत्यु के बाद BHU में काम कर रहे सभी नर्सिंग स्टाफ धरने पर बैठ गए हैं। नर्सिंग स्टाफ की मांग है कि खेम सिंह के परिवार को एक सरकारी नौकरी के साथ -साथ पांच करोड़ नकद मुआवजे के रूप में दिया जाये। धरने के पहले दिन कुछ नर्सिंग स्टाफ ने काम किया और दूसरे दिन BHU के सभी नर्सिंग स्टाफ ने काम से बहिष्कार कर दिया।
नर्सिंग स्टाफ खेम सिंह की पत्नी रेशमा ने BHU हॉस्पीटल प्रशासन पर उत्त्पीडन का आरोप लगाया है। रेशमा ने कहा कि मेरे पति घर से तो ठीक हीं गए थे फिर उनकी मृत्यु कैसे हो गयी। मेरे पति को क्या हुआ है मुझे कोई बता भी नहीं रहा है।
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