प्रत्याशियों की संख्या कम होने से चुनाव आयोग को बड़ी राहत मिली है। कम संख्या होने पर वीवीपैट मशीन से चुनाव कराने में आसानी होगी। संभावना जतायी जा रही है कि 2 मई को नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की संख्या कम हो सकती है। बनारस संसदीय सीट पर अब प्रत्याशियों की स्थिति लगभग साफ हो चुकी है। बीजेपी ने पीएम नरेन्द्र मोदी है। जबकि राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेस से पूर्व विधायक अजय राय, अखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन से शालिनी यादव मैदान में डटी है। निर्दल प्रत्याशी के तौर दर्जनों लोगों ने नामांकन किया है लेकिन इनमे सबसे चर्चित नाम बाहुबली अतीक अहमद का है जिनका नामांकन वैध हो चुका है। अतीक अहमद के चुनाव लडऩे से किसको लाभ मिलता है यह तो समय ही बतायेगा। इतना अवश्य है कि अब बनारस में चुनाव का पूरा रंग दिखने लगेगा।
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बनारस में सबसे अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होना है। भीषण गर्मी को देखते हुए मतदाताओं का मतदान केन्द्र तक पहुंचना आसान नहीं होगा। बीजेपी ने मतदाताओं को बूथ तक लाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को सौपी है। बनारस में 19 मई को मतदान के चार दिन बाद ही 23 मई को चुनाव का परिणाम आ जायेगा। इसके बाद पता चलेगा कि किस प्रत्याशी को जीत मिलती है।
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