उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता ने जिसे वहां से भगा दिया था वह कहते थे कि मैं राहुल सावरकर नहीं बन सकता हूं। मुझे यह कहना है कि राहुल गांधी की १० पुश्त भी खत्म हो जाये तो वह वीर सावरकर जैसा साहस नहीं दिखा सकते हैं। स्मृति ईरानी ने कहा कि जिन बेटियों की चीख कांगे्रस व उनके सहयोगी दलों ने वर्षों तक नहीं सुनी थी उनके लिए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) हिन्दुस्तान की हकीकत बन गया है। बापू ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों को सम्मान न मिले तो उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भारत की है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने बापू के कथन के स्वीकार करने के साथ साकार भी किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने परिवार हित के लिए ही देश का बंटवारा धर्म के आधार पर होना स्वीकार किया है। कोई भी बेटा या बेटी अपनी मां का बंटवारा बर्दाश्त नहीं कर सकता था लेकिन कांग्रेस को अपने परिवार के सदस्य को प्रधानमंत्री बनाने का लालच था।
यह भी पढ़े:-बीजेपी की CAA के समर्थन में रैली, तिरंगा लेकर पहुंच रहे मंत्री व कार्यकर्ता पैराशूट पॉलिटक्स कर रहे हैं कांग्रेसी नेतास्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेसी नेता पैराशूट पॉलिटिक्स कर रहे हंै। कभी सड़क पर नमाज पढ़ते हैं तो कभी काशी आकर शिवालय में दर्शन करते हैं। पुलिस पर पत्थर मारने वालों के घर जाते हैं। सीएए को लेकर अफवाह फैलाते हैं। संजय राउत ने बयान दिया था कि कांग्रेस की बड़ी नेता करीम लाला से मिलती थी। एक तरफ कांग्रेस ने आपातकाल के नाम पर देश के बड़े नेताओं को जेल भेजा था तो दूसरी तरफ करीम लाला को खुला छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अल्पसंख्यक पूरी तरह सुरक्षित है और आबादी में उनका प्रतिशत तक बढ़ रहा है लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को प्रतिशत लगातार घट रहा है। सीएए के जरिए हम दूसरे देश से सताये गये अल्पसंख्यक लोगों को जीने का अधिकार दे रहे हैं जो विपक्ष को हजम नहीं हो रहा है।
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