गनर के साथ एक व्यक्ति शिवपुर थाने पहुंचा। यहां पर पकड़े गये एक चोर को छुड़ाने के लिए वह व्यक्ति पैरवी करने पहुंचा था। थाने पहुंच कर उस व्यक्ति ने खुद का परिचय राज्य सूचना आयेग अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा निवासी सोयेपुर के रुप में दिया। थानेदार काफी जानकार थे इसलिए परिचय सुनते ही वह परेशान हो गये। थानेदार ने सोचा कि आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायधीश होते हैं और परिचय देने वाला व्यक्ति ३० साल का है। ऐसे में यह कैसे आयोग का अध्यक्ष बन सकता है। थानेदार ने तुरंत ही मामले की जानकारी कैंट सीओ आईपीएस डा.अनिल कुमार को दी। कैंट सीओ शिवपुर थाना पहुंचे और उस व्यक्ति से पूछताछ करने लगे। पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि लोकसभा चुनाव २०१९ के समय उसने पुलिस प्रशासन से ही सूचना आयोग के अध्यक्ष के नाम से गनर लिया था। पुलिस ने भी अभिषेक को एक-47 लेकर चलने वाला गनर दिया था इसके बाद आठ माह से वह गनर लिए घूम रहा था। गनर से अभिषेक का फायदा हुआ था और बड़े लोगों से मिल कर उनके साथ फोटो खीचवाता था और इसी फोटो के आधार पर अन्य लोगों पर रुतबा दिखता था। कैंट सीओ ने पुलिस लाइन से पता किया तो वहां के रजिस्टर में इसी नाम से गनर देने की बात लिखी थी। इसके बाद पुलिस ने अभिषेक के खिलाफ पुलिस को धोखा देना व विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब गनर संतलाल से भी पूछताछ कर रही है जिससे पता चल सके कि अभिषेक कहा-कहा जाता था और किससे मिलता था इस दौरान उसने कोई अपराध तो नहीं किया है इसकी सारी जानकारी लेने में पुलिस जुटी हुई है।
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