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शिवपाल यादव सबसे अधिक नुकसान सपा को पहुंचा सकते हैं। शिवपाल यादव के पास यादव वोट बैंक है जो सपा को हुआ करता था। अधिकांश यादव तो सपा के ही साथ हैं लेकिन जो यादव सपा के बसपा से गठबंधन करने से नाराज है वह शिवपाल यादव के साथ जा सकते हैं यदि ऐसा हुआ तो बनारस व चंदौली सीट पर शिवपाल यादव महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि जहां भी शिवपाल यादव के प्रत्याशी नहीं लड़ रहे हैं वहां पर कांग्रेस को उनका समर्थन रहेगा। शिवपाल यादव की अपनी परेशानी है। सपा व बसपा गठबंधन के साथ जा नहीं सकते हैं। बीजेपी का साथ दिया तो बड़ा राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे में शिवपाल यादव के पास कांग्रेस को समर्थन देने के अतिरिक्त अन्य विकल्प नहीं बचा है।
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