बारिश और ठंड के मौसम में संक्रमण की संभावना अधिक वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम बदला हुआ है। बारिश के बाद नम हवाओं ने गलन बढ़ा दी है। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से आ रही पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह बदलाव देखा जा रहा है। अनुमान है कि दो दिन तक इसी तरह मौसम के रहने की संभावना है। बादल छाए रहने की वजह से अधिकतम तापमान में कमी आई है। 11 जनवरी तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। इसके बाद ठंड और गलन और बढ़ने की संभावना जताई गई है।
बारिश और ठंड के मौसम में संक्रमण की संभावना अधिक है। अभी तक जो भी संक्रमित मरीज मिले हैं, उनमें अधिकांश में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार वाले लक्षण ही मिल रहे हैं। ऐसे में ठंड के मौसम में बारिश लोगों की सेहत पर असर डाल रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि जिस जिले से सबसे ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं, वहां मौसम को भी ध्यान में रखते हुए अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
बारिश से फसलें बर्बाद भारी बारिश ने फसलों को नष्ट कर दिया है। रविवार को पूर्वी हिस्से में हुई बारिश रबी की फसलों के लिए आफत बनकर सामने आई। दलहनी और तिलहनी फसलों के फूल झड़ने और पौधों के गिरने पर 10 से 15 प्रतिशत तक उत्पादन पर असर पड़ सकता है। रबी के साथ ही आलू, टमाटर और मटर की फसलें भी प्रभावित हुई हैं।