पहली बार गर्भवती होने पर महिलाओं को पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद पहली किश्त के रुप में उनके खाते में एक हजार रुपया आ जायेगा। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर, गर्भवस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रुप में दो हजार रुपये मिलेगा। बच्चे का जन्म हो जाने के बाद उसका पंजीकरण होगा। प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा हो जाने पर महिला के खाते में बचे हुए दो हजार रुपये की अंतिम किश्त आयेगी। सीएमओ डा.वीबी सिंह ने बताया कि योजना का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचे। इसके लिए प्रचार-प्रसार करने के साथ ऑनलाइन पंजीकरण की भी व्यवस्था की गयी है। इस योजना का लाभ अमीर व गरीब दोनों उठा सकते हैं सिर्फ सरकारी सेवा में काम करने वाली महिला को योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा। सीएमओ ने कहा कि पंजीकरण के समय किसी तरह का शुल्क नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि सभी ब्लाक अधीक्षक एंव प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि प्रतिदिन कम से कम 100 लाभर्थियों को प्रपत्र भरे और डाटा को पोर्टल पर उसी दिन ऑनलाइन भी किया जाये। जिला सामुदायिक प्रक्रिया मैनेजर (डीसीपीएम) रमेश वर्मा ने बताया कि दिसम्बर में 48331 महिलाओं को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है जिसमे से38295 महिलाओं को लाभ दिया जा चुका है। योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को टीकाकरण कार्ड, आधार कार्ड, पोस्ट ऑफिस की पासबुक व शिशु का जन्म प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।
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