वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र के संभावित दौरे के मद्देनजर सरगर्मी तेज हो गई है। प्रशासनिक हल्के से लेकर राजनीतिक हल्कों यानी भाजपा के लोग तैयारी में जुट गए हैं। यहां तक कि पीएम को किन-किन योजनाओँ का शिलान्यास करना है या किन-किन परियोजनाओं का लोकार्पण करना है उन सभी को सूचीबद्ध किया जा रहा है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने के पहले पीएम मोदी का अपने संसदीय क्षेत्र में यह अंतिम दौरा होगा जिसमें वह अपने संसदीय क्षेत्र को कुछ सौगात दे पाएंगे। ऐसे में बीएचयू प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में कुलपति प्रो राकेश भटनागर ने मंगलवार को शताब्दी सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स का मुयाना किया। साथ ही सख्त हिदायत दी कि यह कांप्लेक्स पूरी गुणवत्ता के साथ समय से तैयार हो जाए।
बता दें कि प्रधानमंत्री की पहल का ही नतीजा है कि बनारस मेडिकल हब के रूप मे तब्दील हो रहा है। बनारस में टाटा रिसर्च सेंटर की मदद से रेलवे कैंसर अस्पताल तैयार हो चुका है। बीएचयू के सरसुंदर लाल अस्पताल को एम्स के बराबर का दर्जा मिल गया है। बीएचयू में ही टाटा रिसर्च सेंटर के सहयोग से एक बड़ा कैंसर अस्पताल का निर्माण लगभग पूरा है। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर में ही शताब्दी सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स का निर्माण भी चल रहा है। यहां यह भी बता दें कि बीएचयू में निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल हो या सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स दोनो की आधारशिला पीएम मोदी ने ही रखी थी और प्रधानमंत्री एक नहीं कई बार यह कह चुके हैं कि मैं जिस परियोजना की आधारशिला रखता हूं मैं ही उसका उद्घाटन भी करता हूं। ऐसे में बीएचयू प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी हो गई है कि दोनों ही मेडिकल सुविधाओ को पीएम के हाथों लोकार्पित कराए।
ऐसे में कुलपति प्रो राकेश भटनागर ने मंगलवार को शताब्दी सुपर स्पेशियालिटी कांप्लेक्स का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह कांप्लेक्स निर्धारित समयावधि में पूरी गुणवत्ता के साथ तैयार करने की सख्त हिदायत दी ताकि पीएम से इसे लोकार्पित कराया जा सके। बीएचयू प्रशासन की चाहत है कि सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स का कम से कम एक हिस्सा भी तैयार हो जाता तो पीएम से उसका लोकार्पण करा दिया जाता।
बता दें कि तकरीबन 200 करोड़ की लागत वाले सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स की आधारशिला पीएम नरेंद्र मोदी ने ही 22 दिसंबर 2016 को रखी थी। उसी दिन कैंसर अस्पताल का भी शिलान्यास किया गया था। हालांकि कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य अप्रैल 2018 के अंत में शुरू हुआ बावजूद इसके महज 10 माह में ही कैंसर अस्पताल लगभग बनकर तैयार है। उधर सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स का निर्माण कार्य जनवरी 2018 में ही शुरू हो गया था। फिर भी निर्माण कार्य अधूरा है। यह तब है जब निर्माण में देरी के चलते पिछले साल एक कार्यदायी एजेंसी से कांप्लेक्स के एक ब्लॉक का काम छीन कर दूसरी एजेंसी को दे दिया गया। इससे पहले आइएमएस गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन ने भी पिछले साल निरीक्षण कर समय से काम पूरा करने की कड़ी चेतावनी दी थी। अब मंगलवार को भी जायजा लेते हुए अधिकारियों को पूरी गुणवत्ता से समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान रेक्टर प्रो वीके शुक्ला, चीफ प्रॉक्टर प्रो रोयाना सिंह भी मौजूद रहे।
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Hindi News / Varanasi / PM मोदी के बनारस दौरे को लेकर सरगर्मी तेज, उत्तर भारत के लोगों को मिल सकती है ये बड़ी सौगात