यह भी पढ़े:-तेज बहदुर यादव का दावा हुआ सच, सुप्रीम कोर्ट पहुंचा नामांकन निरस्त होने का मामला
घोसी:-2.5 लाख, बलिया:-1.15 लाख, चंदौली:-1.50 लाख, सलेमपुर:-1.50 लाख, गाजीपुर:-1.75 लाख, देवरिया:-80 हजार, आजमगढ़:-1.50 लाख, लालगंज:-2 लाख, अम्बेडकर नगर:-2.50 लाख, मछलीशहर:-डेढ़ लाख, जौनपुर:-1.15 लाख, वाराणसी:-1.50 लाख, मिर्जापुर:-70 हजार व भदोही में 80 हजार
यह भी पढ़े:-तेज बहादुर यादव की तरह है एसटीएफ के पूर्व डिप्टी एसपी की कहानी, सेना की LMG पकडऩे पर छोडऩी पड़ी थी नौकरी, लड़े थे चुनाव
ओमप्रकाश राजभर ने ऐसे समय इस्तीफा दिया है जब पूर्वांचल की सीटों पर मतदान होना है। 12व 19 मई को अंतिम छठे व सातवें चरण के लिए मतदान होना है। ऐसे में ओमप्रकाश राजभर का इस समय अलग होना बीजेपी की परेशानी बढ़ा सकता है। इस्तीफा देने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि बीजेपी मेरी फोटो लगा कर वोट मांग रही है। ऐसे में राजभर वोटर बीजेपी से सावधन रहे। बताते चले कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी चुनाव 2017 से पहले सुभासपा से गठबंधन किया था इसके बाद यूपी चुनाव परिणाम आने के बाद ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था लेकिन यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से सुभासपा व बीजेपी के रिश्ते बिगड़ते गये थे, जो इस्तीफा देने के साथ खत्म भी हो गये।
यह भी पढ़े:-बाहुबली मुख्तार अंसारी की तरह अतीक अहमद भी नहीं कर पायेंगे अपना चुनाव प्रचार