शहर में कई ऐसे प्रतिष्ठान है जहां पर बहुत कूड़ा निकलता है लेकिन उसका निस्तारण नगर निगम को करना पड़ता है। बाद में एक नियम बनाया गया कि बड़े प्रतिष्ठानों को खुद कूड़ा निस्तारित करके खाद बनानी होगी। इस योजना को अब कड़ाई से पालन करने की तैयारी है। शहर के ऐसे होटल, रेस्टूरेंट, स्कूल, मॉल, बारात घर की पहचान की जा रही है जहां पर तीन दिनों तक 100 किलोग्राम कूड़ा का उत्सर्जन हो रहा है। इन प्रतिष्ठानों को परिसर में ही कूड़ा कंपोस्टिंग करा कर खाद बनानी होगी। जहां से अधिक कूड़ा निकलता है और वहां पर कूड़े से खाद नहीं बनायी जा रही है इन प्रतिष्ठानों का पता कर उनके खिलाफ अब कार्रवाई की जायेगी। नगर निगम प्रशासन ने ऐसे प्रतिष्ठानों को दो बार नोटिस दी है लेकिन उसका अधिक असर नहीं है जिसके चलते अब कार्रवाई का चाबुक चलाया जायेगा।
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