सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी के नाम से बड़े से बड़े लोग खौफ खाते थे। बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई 2018 को गोली मार कर हत्या की गयी थी। हत्या करने का आरोप पश्चिम के नामी बदमाश सुनील राठी पर लगा था। मुन्ना बजरंगी जब बागपत जेल में बंद था तो उस समय जेल के जेलर संजय सिंह थे। मुन्ना बजरंगी की मौत के पांच दिन पहले जेलर मीटिंग के लिए लखनऊ गये थे। इसके बाद मुन्ना बजरंगी की हत्या हो जाती है लेकिन जेलर लौट कर बागपत जेल नहीं गये थे उसके बाद उनका तबादला जौनपुर हो गया था। मुन्ना बजरंगी जौनपुर का ही निवासी थी इसलिए यहां पर उसका अपना जलवा था। बजरंगी गिरोह के कई लोग जौनपुर जेल में बंद है जिन्होंने जेल में ही जेलर की हत्या की साजिश रची थी लेकिन यह बात अन्य बंदियों के जरिए जेलर तक पहुंच गयी थी इसलिए शूटर अपनी साजिश में सफल नहीं हो पाये थे। इसके बाद जेलर से 17 खतरनाक अपराधियों की सूची शासन को भेज कर दूसरे जेल में स्थानांतरण करने को कहा था लेकिन डीएम से इसकी मंजूरी नहीं मिलने पर मामला लटका गया था बाद में जेल अधिकारियों को जानकारी हुई तो उन्होंने इस मामले को आगे बढ़ाया। इसके बाद शासन ने एक बार में दस व फिर सात बंदी को गैर जिले में भेज दिया। इसके बाद बजरंगी के शूटर और नाराज हो गये। जेलर से बदला लेने में जुट गये है।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी रचते गये इतिहास, दर्ज होता गया इस जिले का नाम पूर्व सांसद भी है मुन्ना बजरंगी के शूटरों के निशाने परमुन्ना बजरंगी की हत्या में जौनपुर के एक पूर्व सांसद का नाम आया था जिससे पुलिस ने पूछताछ भी की थी। अब यही पूर्व बाहुबली पूर्व सांसद भी बजरंगी के शूटरों के निशाने पर आ गये हैं। जौनपुर में बजरंगी की असली ताकत थी और पूर्व सांसद भी यही के है इसलिए बजरंगी गिरोह के शूटर पूर्व सांसद से बदला लेने में जुटे हुए हैं जल्द ही किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
यह भी पढ़े:-पुलिसकर्मियों के शराब व पशु तस्करी कराने पर डीजीपी ने दिखायी सख्ती, मांगी रिपोर्ट बड़ी घटना को अंजाम देकर फिर कायम करना चाहते हैं अपनी बादशाहतमुन्ना बजरंगी की मौत के बाद उसका काला साम्राज्य बिखर चुका है। बजरंगी के खास लोगों को अब बड़े ठेके नहीं मिल रहे हैं। एक समय बाहुबली मुख्तार अंसारी के खास माने जाने वाले बजरंगी के नाम से ही रेलवे से लेकर अन्य जगहों पर उसके लोगों को काम मिलता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। गैंग के सदस्य फिर से यही ताकत पाना चाहते हैं यह तभी हो पायेगा। जब बड़ी घटना को अंजाम देकर अपनी ताकत दिखाये। पुलिस को बजरंगी गिरोह के शूटरों की सक्रियता का पता चल चुका है इसलिए वह उनके मंसूबे को नाकाम करने में जुटी है।
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