मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में 9 जुलाई 2018 को गोली मार कर हत्या की गयी थी। हत्या करने का आरोप पश्चिम के नामी बदमाश सुनील राठी पर लगा था। उस समय संजय सिंह वही पर जेलर थे इसके बाद उनका तबादला जौनपुर हो गया था। जौनपुर जेल में पहले से ही बजरंगी के कई शूटर बंद थे जिन्होंने जेल में ही जेलर की हत्या की साजिश रची थी बंदियोंं के जरिए इस बात का खुलासा जेल प्रशासन को हुआ था उसके बाद १७ बंदियों का अन्य जिलों की जेल में तबादल हो गया था। तबादले के बाद से बजरंगी गिरोह के शूटर और नाराज हो गये हैं इसके बाद से ही जेलर पर हमले की योजना बना रहे थे। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जेलर को गनर दिया था लेकिन जेलर खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और एक सप्ताह के अवकाश पर चले गये हैं। सूत्रों की माने तो वह जौनपुर से अन्य किसी जेल में जाना चाहते हैं इसके लिए वह तगड़ी पैरवी भी कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो जेलर को इस बात की भनक लग गयी है कि बजरंगी गिरोह के लोग हमला करना चाहते हैं इसलिए वह जौनपुर से अन्य किसी जिले में जाना चाहते हैं।
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