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रेलवे की योजना के अनुसार बनारस से चल कर रायबरेली-लखनऊ होकर ट्रेन इंदौर के लिए रवाना होगी। ट्रेन को उज्जैन तक का सफर 15 घंटे के अंदर पूरा करना होगा। ट्रेन को कम से कम स्टेशन पर रोकने की योजना है। महाकाल एक्सप्रेस में सारी अत्याधुनिक सुविधा होगी। ऐसे में संभावना है कि इसका किराया आम ट्रेन से अधिक हो सकता है। शुरूआत में ट्रेन को सप्ताह में तीन दिन चला कर उसका रिस्पांस देखा जायेगा। यदि ट्रेन को जबरदस्त सफलता मिलती है तो अन्य दिनों में भी चलाने पर विचार हो सकता है। फिलहाल सभी को ट्रेन के संचालन का इंतजार है।
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