गोसाईपुर व कफरफोरवां में रामचरित्र पटेल का देशी शराब का ठेका है। दोनों देशी शराब पर सेल्स मैनेजर की जिम्मेदारी जंसा थाना क्षेत्र के काशीपुर गांव निवासी संतोष पटेल को मिली थी। वही ठेको से हुई कमाई को बैंक व आबकारी विभाग में जमा करने का काम करता था। संतोष ने मंगलवार को दोनों देशी शराब के ठेके से 27 हजार व 17 हजार रुपये लिये और घर आ गया। घर में रखे पहले के पैसे को लेकर आबकारी विभाग जाने लगा। संतोष ने कुल ढाई लाख रुपये अपने झोले में रखे थे। पैसों को आबकारी विभाग में जमा करना था इसलिए वह अपनी बाइक से पैसे लेकर निकल गया। घर से थोड़ी दूर पहुंचने पर एक बाइक पर तीन बदमाश आये और संतोष को आवाज देते हुए ओवरटेक किया। इसके बाद बदमाशों ने बाइक की चाबी निकाल ली और संतोष को कट्टा सटा कर रुपयों से भरा झोला, मोबाइल छीन कर भाग गये। संतोष ने दूसरे व्यक्ति के मोबाइल से पुलिस को लूट होने की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे सच्चाई सामने आ सके।
यह भी पढ़े:-व्यवसायी की घर के सामने गोली मार कर हत्या, व्यापारियोंं ने बाजार बंद कर जताया विरोध ताबड़तोड़ अपराध से चढ़ा बनारस का क्राइम ग्राफसीएम योगी की सख्ती के बाद भी अपराधियों को हौसला तोडऩे में पुलिस विफल साबित हो रही है। 22 जुलाई की सुबह सिगरा थाना क्षेत्र स्थित होटल अशोक में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की छात्रा की हत्या हो जाती है और होटल मालिक अमित सिंह गिरफ्तार किया जाता है। इसी दिन रात में सारनाथ थाना क्षेत्र के पहडिय़ा के पास पाइप व्यवसायी धर्मेन्द्र गुप्ता की हत्या कर तीन लाख रुपये लूट लिये जाते हैं। एसएसपी आनंद कुलकर्णी भी पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाने में सफल नहीं हो रहे हैं।
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