वाराणसी की पांच व चंदौली की दो विधानसभा के लिए कुल 1136 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं जबकि 2920 पोलिंग बूथ है। दिव्यांगों के लिए रैंप व व्हील चेयर की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। मतदान के दिन एडीजी, कमिश्रर, आईजी से लेकर डीएम व एसएसपी भी लगातार जिले का भ्रमण करते रहेंगे। बूथ पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि किसी को भी मोबाइल लेकर बूथ के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाये।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि सुरक्षा के सारे इंतजाम किये गये हैं। जिले के मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा में सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं इसके अतिरिक्त पुलिस की 400 से अधिक मोबाइल पार्टी बनायी गयी है जो एक जिले मेंं भ्रमण करती रहेगी। हम लोगों का लक्ष्य एक मतदान केन्द्र पर तीन से चार मिनट के बीच मोबाइल पार्टी जाकर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेती रहेगी।
वाराणसी संसदीय सीट से कुल 26 प्रत्याशी मैदान में है, जिनके भाग्य का निर्णय 1854541 मतदाता करेंगे। चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने की पूरी तैयारी की है। पिछले कुछ वर्षों में सबसे अधिक वोटिंग वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव में 58.26 प्रतिशत हुई थी। मौसम को देखते हुए पिछला रिकॉर्ड तोड़ पाना आसान नहीं होगा।
कुल वोटर:-1854541, बूथों की संख्या:-2541, सेक्टर मजिस्ट्रेट:-144, जोनल मजिस्ट्रेट:-19, संवेदनशील बूथों की संख्या:-332, सुरक्षाकर्मी:-13908
वाहन की संख्या:-1400 पिछले 10 साल का वोटिंग प्रतिशत
वर्ष 2007 विधानसभा चुनाव:-40.29, लोकसभा चुनाव 2009:-42.64, विधानसभा चुनाव 2012:-57.35, लोकसभा चुनाव 2014:-58.26, विधानसभा चुनाव 2017:-60.83
26 कंपनी पैरामिलिट्री, 6 कंपनी पीएएसी, अन्य प्रदेश से आये छह हजार होमगाड व 4500 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। इसके अतिरिक्त जिले के 5500 पुलिसकर्मी भी मतदान के दिन तैनात होंगे।
116 अतिसंवेदनशील बूथों की ड्रोन कैमरे से निगहबानी की जायेगी। इसके अतिरिक्त इन बूथों पर तैनात मतदानकर्मियों को खास किट दी गयी है, जिसमे वीडियो कैमरा, डोंगल व अन्य उपकरण है।
आईजी रेंज विजय सिंह मीणा ने बताया कि मतदान के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी मिले हुए हैं जिनकी तैनाती की गयी है। चंदौली में नक्सली प्रभावित क्षेत्रों की सूची बनायी गयी है वहां पर सुरक्षा के खास इंतजाम किये गये हैं। चंदौली में कुछ जगह ऐसी है, जहां पर मोबाइल काम नहीं करते हैं वहां पर वायरलैस सेट लगाये गये हैं।
मतदान केन्द्र पर बिजली, पानी, फर्निचर, शौचालय आदि की व्यवस्था की गयी है। जिले में विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से 160 मॉडल बूथ बनाये गये हैं। प्रत्येक विधानसभा में एक पिंक बूथ भी बनाया गया है जहां की सुरक्षा से लेकर मतदान करने की सारी जिम्मेदारी महिलाओं की होगी। प्रत्येक बूथ पर एक दिव्यांग मित्र भी तैनात किया गया है जो दिव्यांगों के साथ बुजुर्ग वोटरों की भी मदद करेगा।