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भैसौड़ी के ग्राम प्रधान साधूराम यादव के चचेरे भाई सवरू यादव के सबसे छोटे बेटे कमलेश ने इंटर तक की पढ़ाई की थी और वह सेना में भर्ती होना चाहता था। चाचा के यहां पर रहते हुए कमलेश यादव लगातार अभ्यास करते थे और कहते थे कि इस बार उन्हें सेना में भर्ती होने से कोई नहीं रोक सकता है। एक बार सेना में भर्ती हो गये तो घर की सारी स्थिति ठीक हो जायेगी। कमलेश यादव प्रतिदिन सुबह व शाम को दौड़ लगाने के साथ कसरत भी करते थे। कमलेश यादव की शादी वर्ष २०१८ में चौबेपुर के पंडापुर की रजनी से हुई थी। पांच दिसम्बर को कमलेश का गौना होने वाला था इसके पहले ही उनकी जान चली गयी। कमलेश की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
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सर्राफा करोबारी जब बदमाशों से घिर गये थे तो कमलेश चाहता तो वह चुप बैठा रह सकता था लेकिन कारोबारी को मुश्किल में देख कमलेश अपने आप को रोक नहीं पाये और जाकर बदमाश से भिड़ गये। कमलेश के पास ताकत थी और उसने एक बदमाश को उठा कर पटक दिया था। अपराधी समझ गये थे कि यदि कमलेश को नहीं रोका गया तो वह पकड़े जायेंगे। इसी डर से अपराधियों ने कमलेश की गोली मार कर हत्या कर दी।
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कमलेश यादव की हत्या के बाद ग्रामीणों ने जाम लगा दिया था मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया। इसी बीच कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। एसएसपी आनंद कुलकर्णी का सिर फूट गया। लोगों का पथराव इतना ज्यादा था कि पुलिस को पहले भागना पड़ा। एक किलोमीटर तक लोगों ने पुलिस को दौड़ाया। एसएसपी घायल होने के बाद भी मौके पर डटे रहे और पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद मौके पर एडीजी जोन ब्रजभूषण, आईजी रेंज विजय सिंह मीना भी पहुंचे थे।सर्राफा कारोबारी की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जिसमे दो लोग पकड़े गये हैं।
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