बतादें कि इस शादी को लेकर सोशल साइट्स पर यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि लड़की फरियादी है लेकिन पत्रिका टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो यह गलत निकला, बल्कि यह लड़की डीएम की पुरानी दोस्त है। जिसकी सच्चाई हम आपको बताते हैं।
राजस्थान के जयपुर निवासी संजय खत्री और विजय लक्ष्मी से उनकी मुलाकात दिल्ली में हुई थी। गाजीपुर से इंटर की पढ़ाई के बाद विजय लक्ष्मी सिविल सर्विसेज (Civil Services) की तैयारी करने दिल्ली गई थी। जिस क्लास में विजय लक्ष्मी जाती थी, वहीं संजय खत्री भी परीक्षा की तैयारी में लगे थे। वहीं से दोनों की दोस्ती शुरू हुई। लेकिन विजय लक्ष्मी परीक्षा में सफल न होने के कारण वापस गाजीपुर लौट आईं जबकि संजय कुमार खत्री सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ट्रेनिंग में चले गए। उसके बाद इनकी दोस्ती वहीं खत्म हो गई। सात साल के बाद एक बार फिर दोनों का आमना-सामना हुआ। इस बार की हुई इस मुलाकात ने अचानक पुरानी यादें ताजा कर दी और यहां से मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ दिन पहले ही संजय खत्री का गाजीपुर से रायबरेली तबादला कर दिया गया, मगर इस बीच भी मुलाकात का सिलसिला जारी रहा। 19 नवंबर को संजय खत्री ने विजय लक्ष्मी से दिल्ली में शादी कर ली। जिसके बाद सोशल साइट्स पर जिलाधिकारी के इस कदम को लोगों ने काफी प्रशंसा की। यह भी कहा जा रहा है कि इस डीएम ने लोगों के लिए प्रेरणा का काम किया है।
2010 बैच के IAS Officer हैं संजय खत्री, कई मामलों को लेकर पहले से हैं चर्चा में
राजस्थान के जयपुर निवासी संजय खत्री 2010 बैच के IAS Officer हैं। आईएएस अधिकारी संजय खत्री इससे पहले भी कई मामलों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। बतौर प्रशिक्षु अफसर जालौन में बसपा सरकार के कार्यकाल में उन्होंने खनन सिंडिकेट पर छापेमारी की थी। यह सिंडिकेट शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा से जुड़ा हुआ था। इसके बाद गाजीपुर में तैनाती के दौरान मंत्री ओमप्रकाश राजभर के निशाने पर भी रहे थे। मंत्री ने संजय खत्री के तबादले की मांग को लेकर योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था । इस मामले में सीएम योगी को हस्तक्षेप करना पड़ा था, हालांकि बाद में इनका तबादला रायबरेली कर दिया गया।
विजयलक्ष्मी गाजीपुर जिले के चीतनाथ जेरे किला मोहल्ले की रहने वाली हैं। विजयलक्ष्मी के पिता रामजी वर्मा का निधन हो चुका है। इनके 3 भाई और 2 बहनें हैं। लुदर्स कांवेंट इंटर कॉलेज से इंटर करने के बाद ये आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चली गईं।
विजयलक्ष्मी के भाई रंजीत ने पत्रिका टीम से बताया कि पहली बात जिस लड़की को साधारण परिवार की लड़की बताई जा रही है, वह परिवार संपन्न है। परिवार के लोगों ने बताया कि वह अपने परिवार की लड़की के लिए पहले से ही भारतीय प्रशासनिक सेवा ( Indian Administrative Service) अधिकारी ढूंढ़ रहे थे और इसको लेकर वह कई IAS अधिकारियों के पास शादी का प्रस्ताव लेकर गये थे। वहीं एक और बात जो सामने आई है, उसके मुताबिक इस शादी के लिए दोनों परिवारों में सहमति थी और लड़की के परिवार वालों ने बड़े होटल में शादी कराई। शादी समारोह का भव्य आयोजन भी इस शादी को लेकर कई सवाल खड़े कर रहा है ।
विजयलक्ष्मी के भाई ने पत्रिका टीम को बताया कि बहन के लिए 20 से अधिक रिश्ते आए थे। लेकिन विजयलक्ष्मी के एकॉर्डिंग लड़का यानि IAS ही खोज रहे थे। बहन से DM की शादी को कुछ लोग लव मैरिज बताकर अफवाह फैला रहे हैं। जबकि सच ये है कि दोनों पक्ष के परिवारवालों की सहमति से अरेंज मैरिज हुई। दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे।