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गंगा के चलते बाढ़ वरुणा में भी बाढ़ आयी है और वरुणा का पानी अधिक तबाही मचा रहा है। क्रोनिया, हुकुलगंज आदि क्षेत्रों के हजारों मकान पानी में डूब गये हैं। मकान में चोरी के भय से सभी लोग बाढ़ राहत शिविर में नहीं जा रहे हैं। घर के अधिकांश सदस्यों को बाढ़ राहत क्षेत्रों में भेजा गया है। एक-दो लोग ही घर की सुरक्षा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रह रहे हैं।
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19 सितम्बर को गंगा व वरुणा का पानी नये क्षेत्रों में प्रवेश कर जायेगा। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से बिजली काट दी गयी है इसके चलते वहां पर रहने वालों लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात में घर में उजाला करना कठिन हो गया है।
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जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित सभी घरों तक सारी सुविधा पहुंचाना संभव नहीं है। राहत शिविर लगाये गये हैं जहां पर खाना, पानी, बिजली व चिकित्सका आदि की सारी सुविधा दी जा रही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से लोगों को राहत शिविर तक पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ व पीएससी की नाव भी लगायी गयी है।
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