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12 नवम्बर को शाम को सूरज अस्त होते ही गंगा घाट पर लाखों लोग दीपक जल उठेंगे। देव दीपावली का नजारा देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ घाट पर जमा होती है। सोमवार से ही देशी व विदेशी पर्यटकों का काशी आना शुरू हो गया है। इस बार जिला प्रशासन ने बजड़े पर मंच नहीं बनाने का निर्देश दिया है जिससे समिति के लोगों में नाराजगी है और महाआरती नहीं करने का ऐलान किया है। देव दीपावली के दिन इस बार आम दिनों में होने वाली गंगा आरती ही होगी। २५ साल में पहली बार यह परम्परा टूटने जा रही है।
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