कैंट पुलिस ने आरोपी चिकित्सक डा.शिवेश जायसवाल को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में सुनवाई के बाद चिकित्सक को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। बताते चले कि चिकित्सक के आवास पर ही 10 वर्षीय बालक बग्गा काम करता था और बताया गया था कि लिफ्ट में फंस कर बग्गा गंभीर रुप से घायल हो गया था। इसके बाद दीनदयाल में सर्जन पद पर तैनात डा.शिवेश जायसवाल गंभीर रुप से जख्मी बग्गा को लेकर अस्पताल में पहुंचे थे वहां पर खुद ही ड्रिप भी लगायी थी थोड़ी देर रुकने के बाद वह बच्चे को कही और दिखाने की बात कहते हुए लेकर निकल गये थे। मामले की सूचना मिलते ही कैंट पुलिस सक्रिय हो गयी थी। चिकित्सक ने अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया था पुलिस ने चिकित्सक की काफी खोजबीन की थी लेकिन वह नहीं मिला था। आरोप है कि इसी बीच चिकित्सक ने बच्चे के शव को गंगा में आयी बाढ़ का फायदा उठाते हुए राजघाट के पास से बहा दिया था। पुलिस ने किसी तरह चिकित्सक को गिरफ्तार किया था और 28 अगस्त को कोर्ट में प्रस्तुत किया था लेकिन देर हो जाने के चलते कोर्ट में सुनवाई नहीं हो पायी थी इसके बाद 29 अगस्त को आरोपी चिकित्सक को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
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