दीनदयाल राजकीय अस्पताल में कार्यरत सर्जन डा.शिवेज जायसवाल अर्दली बाजार स्थित ग्रीन अपार्टमेंट में रहते हैं। चिकित्सक के यहां पर आगरा निवासी 10 वर्षीय बालक बग्गा काम करता था। २७ अगस्त को अपार्टमेंट में बग्गा चिकित्सक के बेटे को लेकर जा रहा था। बेटा पहले लिफ्ट में सवार हो गया था लेकिन अब बग्गा लिफ्ट पर नहीं चढ़ा था। बेटे ने लिफ्ट का बटन दबा दिया था जिससे बग्गा लिफ्ट में फंस गया। अन्य लोगों ने बग्गा को लिफ्ट में फंसा हुआ देखा तो उसे किसी तरह निकाला। इसके बाद डा. शिवेज जायसवाल बच्चे को लेकर दीनदयाल अस्पताल पहुंचे। यहां पर चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित किया। इसके बाद डा.शिवेज बच्चे को प्राइवेट जगह दिखाने के नाम पर उसका शव लेकर चले गये। इसी बीच घटना की सूचना कैंट पुलिस को हो गयी थी। कैंट पुलिस जब अस्पताल पहुंची तो उसे बच्चे का शव नहीं मिला। पुलिस ने चिकित्सक से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उनका फोन बंद मिला। पुलिस काफी प्रयास के बाद के बाद भी बच्चे के शव को बरामद नहीं करा पायी। बच्चे के पैर व सिर में ही चोट थी।
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